यूपी में PFI की योजनाओं को जानने के लिए SDPI समेत अन्य संगठनों गतिविधियों की भी जांच शुरू

लखनऊ : प्रतिबंधित पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) से जुड़े संगठन भी एटीएस की जांच के दायरे में हैं। पीएफआइ की योजनाओं की तह तक पहुंचने के लिए एसडीपीआइ समेत कुछ अन्य संगठनों के सक्रिय सदस्यों की गतिविधियों की भी छानबीन शुरू की गई है।

केरल महिला वूमेन फ्रंट की उत्तर प्रदेश में रही सक्रियता को भी नए सिरे से देखा जा रहा है। एटीएस ने 20 जिलों से जिन 70 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, उन्होंने कुछ अन्य संगठनों से भी अपने जुड़ाव स्वीकार किए हैं।

पीएफआइ पर प्रतिबंध के बाद उसके सदस्यों का दूसरे संगठनों की मदद से अपनी सक्रियता को बनाए रखने का संदेह और गहरा गया है। यही वजह है कि जांच एजेंसियां अब कई संगठनों से उनके पर्दे के पीछे के जुड़ाव को टटोल रही हैं।

पीएफआइ ने अपने महिला व स्टूडेंट फ्रंट भी बनाए थे, जिनकी यूपी में भी काफी सक्रियता रही है। सूत्रों का कहना है कि कई महिलाओं की भूमिका को लेकर भीतर-खाने जांच तेज की गई है। हालांकि इसे लेकर अधिकारी अभी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। दरअसल, प्रतिबंध से पूर्व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शामली, बिजनौर व मुजफ्फरनगर में पीएफआइ की जिला कार्य समिति काम करती रही हैं।

ऐसे ही पूर्वी उत्तर प्रदेश में लखनऊ व कानपुर कार्य समिति तथा वाराणसी व अलीगढ़ में सदस्यों की सक्रियता हमेशा रही है। हाथरस कांड के बाद सूबे में जातीय व सांप्रदायिक हिंसा की साजिश के मामले में एसटीएफ ने फरवरी, 2021 में केरल से पीएफआइ की स्टूडेंट विंग कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआइ) के राष्ट्रीय महासचिव के.ए.रऊफ शरीफ को गिरफ्तार किया था।

रऊफ ईडी के केस में केरल की जेल में बंद था और जमानत पर बाहर आते ही उसे यूपी एसटीएफ ने दबोचा था। रऊफ के बाद मार्च, 2021 में पीएफआइ का ट्रेनिंग कमांडर मु.राशिद बस्ती से पकड़ा गया था। वह मुंबई में भारत विरोधी कार्यों के प्रशिक्षण के लिए ट्रेनिंग कैंप चलाता था। उसके पास ट्रेनिंग संबंधी सीडी और ””2047 में भारत इस्लामी शासन की ओर”” लिखा पत्रक भी मिला था। यह साफ है कि देश की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में पीएफआइ हमेशा से अपनी ताकत बढ़ाने की फिराक में रहा है।

परवेज व रईस की पुलिस रिमांड पर सुनवाई आज

वाराणसी से गिरफ्तार पीएफआइ के सक्रिय सदस्य परवेज अहमद व रईस अहमद को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए एटीएस की विशेष कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है, जिस पर बुधवार को सुनवाई होनी है। पुलिस रिमांड स्वीकृत होने पर दोनों से पीएफआइ की प्रदेश में चल रही गतिविधियों को लेकर नए सिरे से पूछताछ होगी।

70 संदिग्धों से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर भी दोनों से सवाल-जवाब होंगे। पूर्व में प्रदेश में पीएफआइ के सदस्यों की गतिविधियों व उनसे जुड़े रहे युवकों की छानबीन भी नए सिरे से की जा रही है। परवेज व रईस से पूछताछ में पीएफआइ की नई गतिविधियों के भेद खुलने की पूरी उम्मीद है।

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