उत्तराखंड: कोरोना से सबसे ज्यादा किसे खतरा, बढ़ रहे मामलों पर डॉक्टरों ने दी यह जरूरी सलाह
कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। हालांकि अधिकांश मरीजों का घर पर रहकर ही इलाज होने से वह ठीक हो रहे हैं। कुछेक मरीजों को ही भर्ती करना पड़ रहा है। दून अस्पताल के कोरोना नोडल अधिकारी डा. अनुराग अग्रवाल के मुताबिक दून अस्पताल में रोजाना औसतन दो से तीन नए मरीज आईसीयू में भर्ती करने पड़ रहे हैं। अभी तक 30 मरीजों को भर्ती करना पड़ा है। इनमें 90 फीसदी तक मरीज 70 साल से ऊपर के बुजुर्ग और पुरानी बीमारी से पीड़ित वाले हैं। पिछले एक माह में जो पांच लोगों की मौत हुई है। अभी भी छह मरीज भर्ती हैं। उन्होंने लोगों से मास्क एवं सोशल डिस्टेंस अपनाने की अपील की है।
दवाई छोड़ना बना घातक एचओडी नारायणजीत सिंह ने कहा कि कई बुजुर्गों एवं बीमारों ने अपनी दवाई छोड़ दी थी। बाद में उन्हें कोविड भी हो गया। इसकी वजह से उनकी बीमारी बढ़ गई। कई को आईसीयू में बाईपैप और वेंटीलेटर तक पर भी रखा गया। बुजुर्गों से अपील है कि जो भी दवा चल रही है, चाहे डायबिटीज की हो या ब्लड प्रेशर कंट्रोल की, उसे लेते रहें। अपनी बीमारी को कंट्रोल में रखें। अगर बीमारी बढ़ती है तो संक्रमण के बीच उन्हें इलाज के लिए अस्पताल जाना पड़ सकता है और अस्पताल में उन्हें संक्रमण हो सकता है।
अपनी बीमारी से संबंधित दवा समय पर लेते रहें। डायबिटीज हो या ब्लड प्रेशर, इस अनकंट्रोल न होने दें। ब्लड प्रेशर के मरीज कमरे के अंदर योगा, प्राणायाम, स्ट्रेचिंग करें। बुजुर्गों का परिजन ज्यादा ख्याल रखें।
कोरोना के 108 नए केस, एक की मौत
उत्तराखंड में शुक्रवार को कोरोना के 108 नए केस सामने आए। एक मरीज की मौत भी हो गई। 75 मरीज ठीक भी हुए। अब राज्य में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 283 पहुंच गई है। शुक्रवार को सबसे अधिक 53 मरीज देहरादून में सामने आए। लगातार देहरादून में कोरोना के नए केसों के सामने आने का सिलसिला जारी है। इसके अलावा अल्मोड़ा में एक, चंपावत में तीन, हरिद्वार में दस, नैनीताल में 17, पौड़ी चार, पिथौरागढ़ छह, टिहरी 13 और यूएसनगर में एक नया केस सामने आया। एक मरीज की देहरादून मेडिकल कालेज में मौत हुई। देहरादून में सक्रिय केस 101 हो गए हैं।