पीएम मोदी ने BJP संसदीय दल की बैठक को किया संबोधित, सांसदों को दी यह सलाह
सामाजिक मुद्दों पर फोकस करें और अपने इलाकों में लोगों के बीच पहुंच बनाएं। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए सांसदों को यह नसीहत दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि आप लोग सामाजिक मुद्दों पर काम करेंगे तो पार्टी को इसका फायदा होगा। उन्होंने इस दौरान गुजरात में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस योजना को बढ़ावा देने और लोगों को जागरूक करने से राज्य में लैंगिक अनुपात में सुधार आया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने सांसदों से तकनीक के इस्तेमाल पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिन्हें समझ नहीं है, वे एक्सपर्ट भी रख सकते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में विपक्षी दलों की एकजुटता और अडानी मसले पर विरोध पर कुछ भी सीधे तौर पर नहीं कहा। लेकिन यह जरूर कह गए कि पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के चुनाव में विपक्षी दलों को करारी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक सामाजिक न्याय सप्ताह मना रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों से इस इवेंट को सफल बनाने की अपील की। भाजपा के एक नेता ने बताया, ‘पीएम मोदी ने कहा कि आप लोग 6-14 अप्रैल के दौरान सामाजिक न्याय सप्ताह पर फोकस करें।’
सरकार के 9 साल पूरे होने पर अभियान चलाने की तैयारी
इसके अलावा पीएम मोदी ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर भी सांसदों से जनता के बीच जाने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि आप लोग जनता के बीच जाकर लोगों को बताएं कि बीते 9 सालों में सरकार ने क्या काम किए हैं और किन योजनाओं से जनता को फायदा पहुंचा है। भाजपा की ओर से इन दिनों ओबीसी वोट बैंक पर खास फोकस किया जा रहा है। यही वजह है कि पार्टी ने ओबीसी मोर्चा को जिम्मा दिया है, जो योजनाओं का प्रचार करेगा और पिछड़ा वर्ग के लोगों को बताएगा कि उन्हें क्या फायदे हुए हैं।
ओबीसी के अपमान को मुद्दा बनाने की रणनीति
भाजपा की रणनीति को इस बात से भी समझा जा सकता है कि मोदी सरनेम के जिस मामले में राहुल गांधी को सजा हुई है, उसे भी ओबीसी के अपमान से जोड़कर पेश करने की तैयारी है। भाजपा लगातार कह रही है कि मोदी सरनेम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करके राहुल गांधी ने ओबीसी समाज का अपमान किया है। प्रधानमंत्री ने सांसदों से तकनीक का इस्तेमाल करने को भी कहा। पीएम ने कहा कि जिन सांसदों को तकनीक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, उन्हें किसी एक्सपर्ट की मदद लेनी चाहिए। बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान यह ऐसी पहली मीटिंग थी, जिसमें पीएम ने सांसदों को संबोधित किया।