स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना, कहा- प्रधानमंत्री के लिए नफरत बनी देश के अपमान…
भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एक नया हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उनकी नफरत देश के अपमान में बदल गई है। यह बयान दिया है केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने। एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी की राजनीतिक हताशा है। उधर, कांग्रेस पार्टी इस पूरे प्रकरण पर फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। यह पूरा विवाद राहुल गांधी को उनकी ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी पर मानहानि के मामले में सूरत की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद सामने आया है। जब फैसले के अगले ही दिन लोकसभा से उन्हें संसद से अयोग्य करार दे दिया गया।
मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरान ने कहा, “राजनीतिक हताशा के कारण, पीएम मोदी के प्रति राहुल गांधी की नफरत अब पूरे देश के अपमान में बदल गई है। पीएम का अपमान करते हुए, उन्होंने पूरे ओबीसी समुदाय का अपमान करना उचित समझा।”।
पीएम मोदी को गाली दी
ईरानी ने आगे कहा, “उन्होंने (राहुल गांधी) संसद में पीएम मोदी को गाली दी और आरोप लगाया लेकिन अपने स्वयं के हस्ताक्षर से प्रमाणित करके अपने स्वयं के बयान को सत्यापित नहीं कर सके। राहुल गांधी को अदालत ने दोषी ठहराया है। किसी व्यक्ति को गाली देने के लिए नहीं बल्कि ओबीसी समुदाय के लिए।”।
बार-बार पिछड़ों का अपमान करती है कांग्रेस
उन्होंने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार ने दलित या पिछड़े समुदायों के लोगों का अपमान करने की कोशिश की है। जब आदिवासी परिवार की एक महिला राष्ट्रपति बनीं, तब भी गांधी परिवार के निर्देश पर एक कांग्रेस सदस्य द्वारा द्रौपदी मुर्मू का अपमान किया गया था।”
सत्ता में रहने का लालच
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “राहुल गांधी ने एक पत्रिका के साक्षात्कार में कहा कि वह पीएम मोदी की छवि पर तब तक हमला करते रहेंगे जब तक कि वह इसे नष्ट नहीं कर देते। गांधी परिवार ने सत्ता में रहते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने की कोशिश की, लेकिन वे बुरी तरह विफल रहे, वह आम लोगों के पीएम मोदी के प्रति प्यार को कम कर सके।”
उधर, राहुल गांधी की संसद अयोग्यता और अडानी प्रकरण पर विपक्ष की जेपीसी की मांग को लेकर बजट सत्र हंगामेदार रहा है। इन मुद्दों से केंद्र और कांग्रेस के बीच राजनीतिक खींचतान तेज हो गई है। कांग्रेस इस प्रकरण पर फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। मामले में राहुल गांधी ने हाल ही में कहा कि उन्होंने कसम खाई है कि वह सवाल पूछते रहेंगे और “लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लड़ेंगे”। पिछले शनिवार को एक प्रेस कॉफ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि “कृपया समझें कि मुझे अयोग्य क्यों ठहराया गया है। मुझे अयोग्य घोषित किया गया है क्योंकि अडानी पर मेरे अगले भाषण से पीएम नरेंद्र मोदी डरे हुए हैं। मैंने इसे उनकी आंखों में देखा है।”