देहरादून में फिर लौटी ठंड, सामान्य से इतने डिग्री सेल्सियस नीचे गिरा तापमान, बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी…

उत्तराखंड में फरवरी में जहां बारिश नहीं होने से गर्माहट का अहसास हुआ, वहीं अब मार्च में मौसम के मिजाज से ऐसा लग रहा है, मानो ठंड लौट आई हो। फरवरी में जहां दिन का तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गया, वहीं मार्च में 20.2 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी जिलों में पारा गिर गया है, जिससे ठंड का एहसास हो रहा है। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।

देहरादून का सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम रहा। मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी में 20 दिन अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा। 20 फरवरी को अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस था, एक महीने बाद सोमवार को 23.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मार्च में सामान्यत: तापमान 27, 28 या 29 डिग्री सेल्सियस रहता है।

फरवरी में अधिकतम तापमान 21 फरवरी को सर्वाधिक 29.8 डिग्री सेल्सियस तक गया था।  इधर, सोमवार को विभिन्न इलाकों में बारिश-बर्फबारी हुई। मसूरी में 34.5, खटीमा में 23, दून के करनपुर में 22.5, नैनीताल में 16, द्वाराहाट में 15, पंतनगर में 37 एमएम बारिश दर्ज की गई। दून में सोमवार को पूरे दिन ठंडी हवाएं चलती रहीं।

शाम को घने बादलों के बीच रिमझिम बारिश हुई। ठंड के कारण लोग गर्म कपड़ों में नजर आए। देहरादून का न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस रहा। फरवरी में गर्मी के बाद अब लोगों को मार्च महीने में ठंड और सर्द हवाएं सता रहीं हैं। 

मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि ने बढ़ाई मुसीबत

नैनीताल में सोमवार को भी मूसलाधार बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इस दौरान आम जन जीवन प्रभावित होने के साथ ही पर्यटकों ने भी फजीहत उठाई। पिछले पांच दिन से लगातार हो रही बारिश से जहां पहाड़ में फसलें चौपट होने से काश्तकारों को नुकसान हुआ है, वहीं नैनीझील की सेहत में काफी हद तक सुधार भी हुआ है।

भारी बारिश के दौरान भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग में दिनभर बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी रहा। नैनीताल में पिछले एक सप्ताह से रोज बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। इस दौरान खराब मौसम के कारण स्थानीय के साथ शहर में भ्रमण को पहुंचने वाले पर्यटकों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार तड़के मूसलाधार बारिश के बाद ओलों की बरसात भी हो गई।

करीब एक घंटे तक बारिश के बीच ओले गिरते रहे। इसके बाद दिनभर बूंदाबादी का दौर जारी रहा। हालांकि देर शाम मौसम सामान्य हो गया। लेकिन दिनभर मेघ बरसते रहे। पिछले एक सप्ताह में नैनीताल में 78 एमएम वर्षा हुई है। सोमवार को छह एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई।

झील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश कुमार ने बताया कि रोज हो रही बारिश के चलते घट रहे झील का जलस्तर साढ़े चार फीट से पांच फीट पहुंच गया है। झील की सेहत के लिए यह सुखद है। भारी वर्षा के दौरान नैनी झील को जोड़ने वाले नाले भी उफान पर रहे। नालों से पानी के साथ कूड़ा झील में समा गया।

एकाएक मौसम में परिवर्तन होने से नैनीताल के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग में पाडली, रातीघाट, भौर्या बैंड समेत अन्य स्थानों पर दिनभर पत्थर गिरते रहे। जिला मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक पारे में गिरावट हुई है।

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