अस्पताल में मौत के बाद नहीं मिली एंबुलेंस, खाट पर शव लादकर 18km गए परिजन
मध्य प्रदेश के ऊर्जाधानी कहे जाने वाले सिंगरौली जिले से एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां शांति सिंह नामक एक युवती की मौत हो जाने के बाद उसके शव को उसके घर तक ले जाने के लिए शव वाहन मुहैया नहीं कराया गया। जिसके बाद परिजनों को तकरीबन 18 किलोमीटर तक शव को खाट पर लादकर ले जाना पड़ा।
पूरा मामला सिंगरौली जिले के सरई थाना के पोखरी टोला का बताया जा रहा है। सीधी जिले के भुईमाड थाना क्षेत्र इलाके की शांति सिंह नामक युवती अपने मामा के घर सिंगरौली जिले के सरई थाना के पोखरी इलाके में घूमने आई थी। लेकिन गुरुवार को उसकी तबीयत बिगड़ गई। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो जाती है। परिजन घर तक छोड़ने के लिए शव वाहन के लिए फोन लगाते हैं लेकिन एम्बुलेंस नहीं उपलब्ध कराई गई। आदिवासी ग्रामीण एकत्रित होकर शव को घर ले जाने के लिए खाट पर ही लेकर चल देते हैं। पूरी घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जिसके बाद जिला प्रशासन ने तुरंत ही एंबुलेंस उपलब्ध करवाई लेकिन तबतक परिजन आधी दूरी तय कर चुके थे।
इस मामले में अपर कलेक्टर डी पी वर्मन ने बताया कि परिजन लगभग 40 से 50 मीटर दूर ही खाट पर शव ले जाकर जा पाए थे। तभी वहां के एसडीएम और थाना प्रभारी द्वारा गाड़ी मुहैया कराकर शव को सम्मान से मृतका के घर तक छोड़ा गया। लेकिन इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी इस तरीके की कई तस्वीर सामने आ चुकी हैं। बता दें इससे पहले शव को ठेले पर लेकर जाने, शव वाहन और एंबुलेंस न मिलने के वीडियो वायरल हो चुके हैं।