केदारनाथ-बदरीनाथ दर्शन के लिए एक लाख से ज्यादा हुए पंजीकरण, इस तरह करें रजिस्ट्रेशन
चारधाम यात्रा-2023 के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। बदरीनाथ और केदारनाथ के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाली श्रद्धालुओं की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन करने के लिए अभी तक कुल 1 लाख 27 हजार तीर्थ यात्रियों ने पंजीकरण करा लिए हैं।
इसमें से केदारनाथ धाम के लिए 70 हजार जबकि बद्रीनाथ धाम के लिए 57 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने पंजीकरण कराए हैं। सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए 21 फरवरी से पंजीकरण शुरू किए हैं। अभी केवल केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए ही पंजीकरण हो रहे हैं। महज छह दिन में ही पंजीकरण एक लाख के पार पहुंच गए हैं।
चारधाम के होटल कारोबारियों को तीर्थ पुरोहितों का समर्थन
चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक धारी महापंचायत ने होटल कारोबारियों को समर्थन का ऐलान कर दिया है। महापंचायत ने कहा कि चारधाम में तीर्थ यात्रियों की संख्या सीमित करने और स्थानीय लोगों के लिए पंजीकरण की शर्त का मिलकर विरोध किया जाएगा। चारधाम के होटल कारोबारी स्थानीय लोगों के लिए पंजीकरण का विरोध कर रहे हैं।
उन्हें अब तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत ने भी अपना समर्थन दे दिया है। चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत के महामंत्री हरीश डिमरी ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए स्थानीय लोगों के पंजीकरण का हर सूरत में विरोध किया जाएगा।
केदारनाथ-बदरीनाथ के लिए ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए मंगलवार 21 फरवरी से श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। सुबह सात बजे से ही वेबसाइट, टोल फ्री नंबर, व्हाट्सअप नंबर पर पंजीकरण शुरू हो गया था। पर्यटन विभाग ने पंजीकरण को लेकर इस बार चार विकल्प दिए हैं। श्रद्धालु वेबसाइट, व्हाट्सअप नंबर, टोल फ्री नंबर के साथ ही मोबाइल एप पर भी पंजीकरण करा सकेंगे।
पर्यटन विभाग की ओर से तय किया गया था कि 21 फरवरी से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। श्रद्धालु वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे। व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा। टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल एप touristcareuttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण किया जा सकेगा।
अभी पहले चरण में सिर्फ केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए ही पंजीकरण होंगे। पहले नवरात्र के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय तय होते ही चारों धामों के लिए पूरी संख्या में पंजीकरण शुरू हो जाएंगे।