US ने स्पाई बैलून के अवशेषों की तलाश की बंद, जानें किस निष्कर्ष पहुंचा अमेरिका
अमेरिकी सेना ने डेडहोरसे, अलास्का और लेक ह्यूरोन के पास मार गिराए गए स्पाई बैलून के अवशेषों की खोज को समाप्त कर दिया है। अमेरिकी सेना ने इन स्पाई बैलून को 10 और 12 फरवरी को मार गिराया था। अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका ने दक्षिण कैरोलिना के तट से 4 फरवरी को मार गिराए गए बड़े गुब्बारे के अवशेषों की खोज के प्रयासों को पूरा कर लिया है। उन्होंने मिले अवशेषों का विश्लेषण भी कर लिया है। तो वहीं वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि वह एक चीनी जासूस गुब्बारा था।
अमेरिकी प्रशासन नहीं पहुंचा किसी निष्कर्ष पर
सेना अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका का मानना है कि नौसेना, तटरक्षक बल और एफबीआई कर्मियों ने समुद्र तल से उस गुब्बारे के सभी मलबे को एकत्र किया, जिसमें पेलोड से प्रमुख उपकरण शामिल थे। जो यह बता सकते थे कि यह जासूसी गुब्बारे किस जानकारी की निगरानी और संग्रह करने के लिए उपयोग किए गए थे। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि भारी मात्रा में मलबा बरामद किया गया है और इसमें पेलोड से “इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑप्टिक्स” शामिल हैं। हालांकि उन्होंने यह कहने से इनकार कर दिया कि अमेरिका ने अब तक मलबे से क्या निष्कर्ष निकाला है।
विभिन्न तकनीकों के इस्तेमाल से की गई अवशेषों की जांच
अमेरिकी उत्तरी कमान ने एक बयान में कहा कि रिकवरी ऑपरेशन गुरुवार को समाप्त हो गया और अंतिम टुकड़े विश्लेषण के लिए वर्जीनिया में एफबीआई लैब में हैं। साथ ही उन्होंमे बताया कि दक्षिण कैरोलिना से हवाई और समुद्री प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। उत्तरी कमान ने बाद में कहा कि अलास्का और लेक हूरोन के ऊपर मार गिराए गए वस्तुओं की खोज को समाप्त करने का निर्णय अमेरिका और कनाडा द्वारा “विभिन्न क्षमताओं का उपयोग करके प्रत्येक क्षेत्र की व्यवस्थित खोज करने के बाद लिया गया है। जांच करने वाले अधिकरियों ने खोज करने के लिए एयरबोर्न इमेजरी और सेंसर, सतह सेंसर और उपसतह स्कैन का इस्तेमाल किया था।
सेना ने F-22 जेट से मार गिराया गया था गुब्बारा
अमेरिका की सेना को यह विश्वास है कि दक्षिण कैरोलिना से नीचे गिराया गया गुब्बारा चीन ने अमेरिका में निगरानी के लिए भेजा था। गौरतलब है कि जनवरी के अंत में अमेरिका के आसमान में तीन बस के बराबर का एक चीनी गुब्बारा दिखाई दिया था। इस गुब्बारे को अमेरिकी अधिकारियों ने एक चीनी जासूसी गुब्बारा बताया। गुब्बारा अमेरिकी आसमान में कई दिनों तक उड़ता रहा। काफी निगरानी के बाद दक्षिण कैरोलिना तट पर 4 फरवरी को एक F-22 जेट से गुब्बारे को मार गिराया गया था।