रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया बड़ा खुलासा, वरिष्ठ नागरिकों के किराए में छूट….

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में बजट पेश किया था, जिसमें कई तरह के बड़े ऐलान किए गए थे. इस बार के बजट में रेलवे के लिए केंद्र सरकार ने खजाना खोल दिया है. रेलवे को 9 गुना ज्यादा फंड का आवंटन किया गया है. इन सबके बीच में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आम जनता के लिए बड़ा ऐलान किया है, जिसका फायदा देश के करोड़ों यात्रियों को होने वाला है. इसके साथ ही सीनियर सिटीजन्स को मिलने वाली छूट पर भी रेलवे मंत्री ने बड़ा खुलासा किया है. 

अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी
आपको बता दें रेलवे की तरफ से कोरोना से पहले देश के करोड़ों सीनियर सिटीजन्स को रेलवे किराए में छूट दी जाती थी, लेकिन बजट के बाद रेल मंत्री ने इस पर बड़ी जानकारी दी है. इस बार यात्रियों को उम्मीद थी कि बजट में एक बार फिर से रेलवे किराए में छूट को बहाल कर दिया जाएगा, हालांकि ऐसा नहीं हुआ है. 

60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मिलता था फायदा
कोरोना महामारी से पहले देश भर के सीनियर सिटीजन्स को रेलवे की तरफ से किराए में छूट दी जाती थी, लेकिन साल 2020 में आई कोरोना महामारी के बाद इसको बंद कर दिया गया था. पहले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को इसका फायदा मिलता था. 

यात्रियों को थी उम्मीद
बता दें देशभर की महिलाओं को 50 फीसदी छूट मिलती थी. वहीं, पुरुषों को 40 फीसदी छूट का फायदा मिलता था. कोरोना महामारी के बाद स्थितियां सामान्य हुई तो सभी को उम्मीद थी कि रेलवे फिर से किराए में छूट को बहाल कर देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. 

53 फीसदी मिलती है छूट
रेल मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रेन में सफर करने वाले सभी नागरिकों को किराए पर औसतन 53 फीसदी का डिस्काउंट मिलता है. इसके साथ ही दिव्यांगजनों, स्टूडेंट्स और मरीजों को इस छूट के अलावा भी कई तरह की रियायतें मिलती हैं.

पिछले 8 सालों में रेलवे पर हुआ बहुत काम
इस बार के बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये के फंड का ऐलान किया गया था. अश्विनी वैष्णव बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि रेलवे के लिए इस बार फंड का रिकॉर्ड आवंटन हुआ है. भाजपा के केंद्र में सत्ता में आने के बाद से अब तक के कार्यकाल की बात करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले आठ सालों में रेलवे पर बहुत काम हुआ है. 

जानें क्या है आगे का प्लान?
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रीजनल क्षेत्रों के लिए वंदे मेट्रो को डिजाइन किया जा रहा है. इस साल के मध्य तक वंदे मेट्रो ट्रेनों के लिए पूरा खाका खीच दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ग्रीन ग्रोथ के हिसाब से हाइड्रोजन ट्रेनों का विकास किया जा रहा है. दिसंबर 2023 तक यह काम भी पूरा कर लिया जाएगा. खास बात यह है कि हाइड्रोजन ट्रेनें भारत में डिजाइन भी होंगी और बनेंगी भी. विश्व में सिर्फ तीन देश हैं जो हाइड्रोजन ट्रेन चला रहे हैं. भारत चौथा देश होगा.

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