बिहार में ठंड ने तोड़ा रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने पटना समेत 9 जिलों में जारी किया अलर्ट

पटना: इस वक्त पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड का प्रभाव बना हुआ है। बीते तीन दिनों के दौरान जहां अधिकतम तापमान में आंशिक गिरावट दर्ज की जा रही थी, वहीं शुक्रवार को राजधानी समेत प्रदेश के 24 जिलों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई।

मौसम विभाग ने पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में अगले 24 घंटे के लिए सीवियर कोल्ड डे यानी कड़ाके की ठंड तथा गया, पूर्णिया, सुपौल, फारबिसगंज और मोतिहारी में कोल्ड डे यानी सर्द दिन का अलर्ट जारी किया है। वहीं पटना का न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस रहा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में भी कड़ाके की ठंड का अनुमान है।

पूर्णिया, गया, सुपौल, सबौर, मोतिहारी में शुक्रवार को कोल्ड डे यानी सर्द दिन रहा। प्रदेश में लगातार बर्फीली हवा का प्रभाव, कम दबाव का क्षेत्र बने होने के कारण मौसम में बदलाव आया है। शुक्रवार को राजधानी के अधिकतम तापमान में बीते 24 घंटों के दौरान डेढ़ डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई। जबकि, अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे रहने व न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट होने के कारण सीवियर कोल्ड डे यानी कड़ाके की ठंड का प्रभाव पूरे दिन बना रहा। राजधानी समेत आसापस के इलाकों में दोपहर के समय चार दिनों बाद हल्की धूप निकली। वहीं प्रदेश के भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा में कड़ाके की ठंड का प्रभाव बना रहा। कोहरे की वजह से कई ट्रेनें लेट चल रही हैं।

सूरज निकला पर नहीं मिली राहत

राजधानी पटना के साथ आसपास के इलाकों में भी सर्द हवाओं का प्रकोप जारी है। इससे गलन बढ़ गई और लोगों का समय कंबल और रजाई में ठिठुरते हुए बीता। बच्चों और बुजुर्गों के लिए वर्तमान समय काफी कठिन है। देर रात आने वाली ट्रेनों और बसों के यात्रियों को घर तक जाने में मुश्किल हो रही है। राजधानी समेत आसपास क्षेत्रों में दिन चढ़े तक हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा छाया रहा। पटना में सुबह के समय एक हजार मीटर दृश्यता दर्ज की गई। इसको देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से अलाव व आश्रय घरों की व्यवस्था की गई है। साथ ही पंचायतों में जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण भी किया जा रहा है।

शुक्रवार को राजधानी एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस, पंजाब मेल, हिमगिरी एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस, सहित कई टे्ने काफी विलंब से चली। सबसे ज्यादा प्रभावित हिमगिरी एक्सप्रेस रही। हिमगिरी एक्सप्रेस 600 मिनट देर से पहुंची। वहीं पंजाब मेल 360 मिनट, मगध एक्सप्रेस 450 मिनट, श्रमजीवी एक्सप्रेस 160 मिनट, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस 170 मिनट देर से चली। सीमांचल एक्सप्रेस 180 मिनट, नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस रद रही। कोटा एक्सप्रेस 360 मिनट, विक्रमशिला 200 मिनट, गुवाहाटी राजधानी 90 मिनट, ब्रह्मपुत्र 190 मिनट विलंब से चली।

क्या है कोल्ड वेव?

मौसम विज्ञानी की मानें तो किसी इलाके में लगातार दो दिनों तक न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और उस दिन का अधिकतम तापमान में भी सामान्य से 4.5 डिग्री से लेकर 6.4 डिग्री तक की गिरावट हो तो कोल्ड डे माना जाता है। मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री या उससे कम रहे या फिर सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री से लेकर 6.4 डिसे तक कम हो तो कोल्ड वेव की स्थिति मानी जाती है। न्यूनतम तापमान चार डिग्री से या उससे कम दर्ज हो तो तब भी कोल्ड वेव मानी जाती है।

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