खबर आपके काम की! Car Loan हो गया है पूरा लेकिन नहीं किया ये काम तो पड़ेगा भारी
दिल्ली : इंडियन ऑटोमोबाइल मार्केट एक बार फिर बूम पर जाता दिख रहा है. कारों की बिक्री में भी तेजी आई है. ऐसे में बैंक भी आसानी से लोगों को कार लोन दे रहे हैं और नई स्कीम्स के साथ ऑफर भी कर रहे हैं. इंडिया में 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग कार खरीदने के दौरान उस पर लोन लेते हैं और फिर ईएमआई के जरिए उसे चुकाते हैं. कार लोन लेने के दौरान आपकी कार बैंक के पास हायपोथिकेटेड रहती है. आसान शब्दों में इस बात को समझें तो ये बैंक के पास एक तरह से गिरवी रहती है.
जब आप बैंक का लोन चुका देते हैं तो ऐसे में बैंक की तरफ से आपको एक एनओसी लैटर मिलता है. ये नो ऑब्लीगेशन सर्टिफिकेट ये बताता है कि आपने बैंक का लोन पूरा चुका दिया है और अब बैंक का कार पर कोई अधिकार नहीं है. लेकिन क्या आप जानते हैं केवल एनओसी लेने तक ही नहीं इसके आगे भी आपको एक काम करना होता है नहीं तो आप भारी परेशानी में भी फंस सकते हैं.
क्या होता है प्रोसेस
बैंक का कार लोन पूरा होने के बाद आपको बैंक की तरफ से एनओसी मिलती है. इस एनओसी की वैलिडिटी 3 से 6 महीने तक की होती है. इस एनओसी को आपको आरटीओ में जमा करवा कर कार की आरसी पर से हायपोथिकेशन हटवाना होता है. यानि गाड़ी के कागजात से बैंक का नाम और लोन का जिक्र हटवाना होता है. ये काम बेहद जरूरी होता है. इस काम को अब आप आसानी से ऑनलाइन भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको parivahan.gov.in पर अपना अकाउंट बनाना होगा. इसके बाद आपको Vehicle Related Services में जाकर हायपोथिकेशन टर्मिनेशन का प्रोसेस पूरा करना होगा. इसके लिए आपको बैंक एनओसी और फॉर्म 35 अपलोड करना होगा.
सरकारी बीमा योजनाओं के प्रीमियम में इजाफा, चुकानी होगी ज्यादा कीमत
घर पर आएगी नई आरसी
इस प्रोसेस के बाद आपको ऑनलाइन ही फीस जमा करवानी होगी. इसकी रसीद की कॉपी, ऑरिजनल आरसी, एनओसी की कॉपी, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और इंश्योरेंस की कॉपी स्पीड पोस्ट से आपके संबंधित आरटीओ में भेजनी होगी. आरटीओ इसके बाद आपको नई आरसी इश्यू कर देगा और वो आपके रजिस्टर्ड पते पर स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज दी जाएगी.
नहीं हटवाया हायपोथिकेशन तो क्या होगा…
हायपोथिकेशन नहीं हटवाने पर आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. यदि आप अपनी गाड़ी बेचना चाहते हैं तो रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर नहीं होगा जब तक आप हायपोथिकेशन नहीं हटवाते हैं. वहीं कार को रिफाइनेंस करवाने की जरूरत पड़ने पर भी आपको बैंक लोन नहीं देगा. वहीं एनओसी की वैलिडिटी तक यदि आप हायपोथिकेशन नहीं हटवाते हैं तो बैंक से आपको फिर एनओसी इश्यू करवानी होगी और इस प्रोसेस में कुछ दिन लग सकते हैं.