रिजर्व बैंक 7 तक तय करेगा आपके कर्ज पर ब्‍याज, गवर्नर की अगुवाई में बैठक शुरू

दिल्‍ली : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटिरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक आज से शुरू हो चुकी है. 5 से 7 दिसंबर तक चलने वाली इस तीन दिवसीय बैठक में केंद्रीय बैंक एक बार फिर से रेपो रेट (Repo Rate) में वृद्धि कर सकता है. लेकिन, एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि इस बार रेपो रेट में पिछली बार से कम बढ़ोतरी आरबीआई करेगा. एमपीसी की पिछली तीन बैठकों में ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी हर बार की गई थी. इस बार केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में 0.25 से 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है.

केंद्रीय बैंक के इस बार रेपो रेट में बढ़ोतरी को लेकर नरम रुख अपनाने के कई कारण है. देश में महंगाई घटी है और इंटरनेशनल मार्केट में भी कच्‍चे तेल की कीमतों में कमी आई है. हालांकि, देश में महंगाई दर अभी भी रिजर्व बैंक की तय सीमा से ऊपर बनी हुई है. इसके अलावा कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत की जीडीपी की विकास दर अनुमान को घटाया है. जानकारों का मानना है कि ब्‍याज दरें बढ़ने से अर्थव्‍यवस्‍था में ओर सुस्‍ती आ सकती है.

35 आधार अंकों की बढ़ोतरी
टाइम्‍स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डॉयचे बैंक के अर्थशास्‍त्री कौशिक दास का कहना है कि दिसंबर मीटिंग में रिजर्व बैंक रेपो रेट में 35 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर सकता है. इस कैलेंडर वर्ष के अंत तक रेपो रेट बढ़कर 6.25 फीसदी हो सकता है. इसी तरह अर्थशास्‍त्री राहुल बजोरिया का कहना है कि भारत की अर्थव्‍यवस्‍था उधार पर काफी निर्भर है. ब्‍याज दरों में बढोतरी का इस पर बहुत असर होता है. कमोडिटी की कीमतों में कमी और वैश्‍विक अर्थव्यवस्था में सुस्‍ती को देखते हुए उम्‍मीद की जा रही है कि इस बार रेपो रेट में कम वद्धि होगी. बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ इकोनॉमिस्ट मदन सबनवीस का कहना है कि इस मीटिंग में भी दरों में बढ़ोतरी होगी. हालांकि, यह वृद्धि 0.25 से 0.35 फीसदी तक ही होगी. रेपो रेट इस वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी पर पहुंच सकता है.

सर्दियों के सीजन में शुरू करें ड्राई फ्रूट्स का बिजनेस, इम्यूनिटी के साथ बढ़ाएगी आपकी कमाई

मई से अब तक 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी
घरेलू फेक्‍टर्स के अलावा एमपीसी अमेरिका के फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) का अनुसरण कर सकती है जिसने इस महीने के अंत में रेट्स में कुछ कम वृद्धि करने के संकेत दिए हैं. रिजर्व बैंक ने इस साल मई से रेपो रेट में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी की है. हालांकि, इसके बावजूद महंगाई जनवरी से ही 6 फीसदी के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है.

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker