उत्तराखंड में लगातार जारी है भारी बारिश, 105 से ज्यादा सड़कें बंद, कई नदियां उफान पर
हल्द्वानी: उत्तराखंड में कुमाऊं के छह जिलों में लगातार बारिश हो रही है. 48 घंटे से जारी बारिश, थमने का नाम नहीं ले रही. बारिश के कारण कई जगह सड़कों पर लैंडस्लाइड देखने को मिल रहा है. जिससे आवाजाही प्रभावित हो रही है. नेशनल हाईवे में लोग जाम में फंस रहे हैं. चंपावत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और नैनीताल में तो नेशनल हाईवे तक बंद हो गए हैं.
खराब मौसम को देखते हुए नैनीताल, अल्मोड़ा और चंपावत जिले में जिलाधिकारियों ने सोमवार को भी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है. सीमांत जिले पिथौरागढ़ से अंतरराष्ट्रीय सीमा का भी संपर्क कट गया है. पिथौरागढ़ से चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाली 6 सड़कें बंद हो चुकी हैं.गाला-जिप्ती, तवाघाट-घटियाबगड़, घटियाबगड़-लिपुलेख, कुंजीकुटी-जौलीकांग, पिथौरागढ़-धारचूला, जौलजीवी-मुनस्यारी बॉर्डर रोड बंद है.
कई नेशनल हाईवे बंद
बात अलमोड़ा की करें तो अल्मोड़ा-घाट-पनार-मकदाऊ नेशनल हाईवे बंद है. जबकि पिथौरागढ़ में घाट-पिथौरागढ़ एनएच, दिल्ली बैंड के पास लैंडस्लाइड से बंद है. चंपावत में NH-100, 106 स्वाला कोट- अल्मोड़ा हाईवे बंद है. जबकि नैनीताल में ज्योलीकोट से खैरना होते हुए क्वारब को जाने वाला हल्द्वानी- अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग भी जगह-जगह लैंडस्लाइड के कारण बंद हो गया है. बारिश के हालात ऐसे हैं कि पूरे कुमाऊं मंडल में 105 से ज्यादा सड़कें बंद हो चुकी हैं.
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पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश
उत्तराखंड के पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण मैदान की नदियां उफान पर हैं. बागेश्वर में बहने वाली सरयू, पिथौरागढ़ में बहने वाली काली, नैनीताल जिले में बहने वाली कोसी और रामगंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी हैं. जबकि ऊधम सिंह नगर में मौजूद सभी जलाशय खतरे के निशान को पार कर चुके हैं. डीआईजी कुमाऊं, नीलेश आनंद भरणे के मुताबिक सभी संवेदनशील जगहों पर पुलिस की नजर है. जहां पर लैंडस्लाइड का खतरा है, वहां पर ट्रैफिक को रोका जा रहा है. डीआईजी ने बताया कि पुलिस के साथ, आपदा से जुड़ी हुई अन्य टीमों को भी अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. हालांकि अभी पूरे कुमाऊं मंडल से किसी बड़ी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है.