दिव्यांग पेंशनरों को अब नहीं मिलेगा पेंशन का लाभ! यह है वजह

देहरादून : उत्तराखंड में 34271 दिव्यांगों के दिव्यांग विशिष्ट पहचान पत्र (यूडीआईडी कार्ड) नहीं बने हैं। शिविर कम लगने, दिव्यांगों के कार्यालयों तक नहीं पहुंचने, सीएससी पर रुपये लिए जाने, दिव्यांगों के पते पर नहीं मिलने की वजह से समस्या आ रही है। कार्ड नहीं बनने से अब दिव्यांगों की पेंशन पर भी संकट खड़ा होने वाला है। 

देहरादून 
देहरादून जिले में जिला समाज कल्याण अधिकारी गोरधन सिंह ने यूडीआईडी नहीं बनाने वाले दिव्यांगों को सितंबर माह की पेंशन रोकने की चेतावनी दी है। बताया कि जिले में करीब 20 हजार दिव्यांग हैं। इनमें से 13500 के दिव्यांग सर्टिफिकेट बने हैं। दस हजार को दिव्यांग पेंशन विभाग की ओर से दी जाती है।

नैनीताल
नैनीताल जिले में 11066 दिव्यांग हैं, 9023 ने विशिष्ट पहचान पत्र बना लिए हैं। 6169 को पेंशन मिलती है। सीएमओ स्तर से 444 आवेदन पता न होने की वजह से निरस्त हो गए। पिथौरागढ़ में कुल 5000 दिव्यांग हैं। 4100 दिव्यांगों ने विशिष्ट पहचान पत्र बना लिए हैं। स्वास्थ्य विभाग से सत्यापन न होने से दिक्कत आ रही है। जिससे दिव्यांगों की पेंशन संबंधी दिक्कत हो सकती है।

चंपावत
कुल 3131 दिव्यांग हैं, 3125 ने कार्ड बना लिए हैं। बगैर पेंशन वाले दिव्यांगों के मिलने में कठिनाई आ रही है। जून के बाद पेंशन नहीं मिली है। प्रस्ताव शासन को भेजा है। ऊधमसिंह नगर में 11 हजार दिव्यांग पेंशनधारक हैं। करीब नौ हजार के कार्ड बन गए हैं। बागेश्वर में 3055 दिव्यांग हैं, सभी के कार्ड बन गए हैं। अल्मोड़ा में कुल 6575 दिव्यांग हैं। करीब 6 हज़ार के कार्ड बन गए हैं।

पौड़ी  
पौड़ी जिले में 6387 दिव्यांग हैं। 5333 दिव्यांगों के विशिष्ट पहचान पत्र बन गए हैं। कई के दिव्यांग प्रमाण पत्र समाप्त होने से, कई के पुराने होने पर पढ़ने में नहीं आने और कई के प्रमाण पत्र खो जाने से कार्ड बनने में दिक्कत है। जिससे आने वाले समय में पेंशन की भी दिक्कत हो सकती है।जिला समाज कल्याण अधिकारी डीएस लिंगवाल ने बताया कि पेंशन का भुगतान जुलाई में किया गया है। 

उत्तरकाशी 
उत्तरकाशी में कुल दिव्यांग 5081, जिनमें 4518 लोगों के कार्ड बने हैं। कई के दिव्यांग कार्ड खो गए हैं, कई ग्रामीण बुजुर्ग लोग ऐसे हैं, जो समाज कल्याण दफ्तर नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी ने बताया कि तीन माह का बजट अक्टूबर में मिलेगा। टिहरी गढ़वाल में 8703 दिव्यांग में से 7557 को पेंशन मिल रही है। 7749 दिव्यांगों के कार्ड बन गए हैं। 

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हरिद्वार 
हरिद्वार में 15105 दिव्यांग है, 11373 दिव्यांगों ने कार्ड बनवा लिए हैं। शिविर कम लगने की वजह से दिक्कत है। वहीं सीएससी पर रुपये लिए जा रहे हैं।  रुद्रप्रयाग जिले में कुल 2500 दिव्यांग पंजीकृत है। अभी करीब 500 ने ही विशिष्ट पहचान पत्र बनाए हैं। समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोरा ने बताया कि भविष्य के लिए सभी के पास विशिष्ट पहचान पत्र जरूरी है।

दिव्यांगजन यह दस्तावेज दें 
जिलों के समाज कल्याण अधिकारी के कार्यालयों में यूडीआईडी कार्ड के लिए एक फॉर्मेट बनाया गया है। जिसमें दिव्यांग प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और हस्ताक्षर देने हैं। कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं। https://ssp.uk.gov.in/  वेबसाइट पर भी जानकारी दी गई है।

उत्तराखंड 19वें नंबर पर 
यूडीआईडी कार्ड बनाए जाने को लेकर देश में उत्तराखंड का नंबर 19वां है। विभाग के मुताबिक प्रदेश में कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य 118714 है। 85941 आवेदन मिले हैं। 72446 के कार्ड बन गए हैं। 61 फीसदी से ऊपर कवरेज हो गया है। 34271 के कार्ड बनने अभी बाकी है।

अब तक 61 फीसदी से अधिक दिव्यांग जनों की यूआईडी बन चुकी है। रोजाना दो सौ से अधिक लोगों की यूआईडी बन रही है। जिन जिलों में लक्ष्य पीछे चल रह है, उन्हें काम तेज करने को कहा गया है। तय समय तक यूआईडी बनाने का काम किया जा रहा है।
कर्मेंद्र सिंह, अपर सचिव समाज कल्याण 

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