उपभोक्ताओं को बड़ा झटका, छत्तीसगढ़ में महंगी हो सकती है बिजली

रायपुर : छत्तीसगढ़ में आम उपभोक्ताओं को एक बार फिर से बिजली का झटका लग सकता है. बिजली बिल में VAC यानी वेरिएबल कास्ट एडजस्टमेंट चार्ज बढ़ सकता है. दरअसल विदेशों से आयातित कोयले की वजह से बिजली बिल में बढ़ोत्तरी संभावित है. आपको बता दें कि केन्द्र सरकार ने 15 प्रतिशत आयातित कोयला उपयोग करने की अनुमति दी है. विदेशों से आने वाला कोयला इस वक्त NTPC को 4 से 6 गुना महंगा पड़ रहा है. इस वजह से छत्तीसगढ़ पावर कंपनी को भी बिजली महंगी मिल रही है.

छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के एमडी मनोज खरे ने बताया कि पहले बिजली खरीदी के लिए पावर कंपनी द्वारा NTPC को हर महीने 400 से 450 करोड़ का भुगतान हो रहा था. अब इस महीने किया गया भुगतान 610 करोड़ का है.

वेरिएबल कास्ट एडजस्टमेंट चार्ज में हो सकता है इजाफा

छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के एमडी मनोज खरे का कहना है कि एनटीपीसी को हर महीने 160 से 210 करोड़ रुपये ज्यादा भुगतान करना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में पावर कंपनी द्वारा वेरिएबल कास्ट एडजस्टमेंट चार्ज में बढ़ोत्तरी संभावित है. उन्होंने बताया कि विदेशों से आने वाला कोयला इसका एक बड़ा कारण हो सकता है. हांलाकि चार्ज बढ़ने की और भी कई वजह हैं, लेकिन कोयला सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है. इसका असर आने वाले महीने में प्रति यूनिट बढ़ोत्तरी के हिसाब से बिजली बिल मे दिखाई देगा.

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हर साल वित्तीय वर्ष की शुरूआत में या शुरू होने से पहले छग राज्य विद्युत विनियामक आयोग द्वारा बिजली की दरें तय की जाती है, लेकिन इस बीच अगर कोयले की कमी या अधिकता हुई तो इस वेरिएबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट के जरिए ही संतुलित किया जाता है. हर दो महीने में VAC चार्ज का बढ़ना या घटना संभावित होता है.

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