हमीरपुर : सुरक्षा मानक को नही पूरा कर रहे विद्यालयों में छात्रों के लिए लगे वाहन

कुरारा : कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित विद्यालयों में छात्रों को विद्यालय तक लाने व उनको वापस घर तक भेजने के लिए लगे वाहन सुरक्षा मानक को नही पूरा कर रहे हैं। मारुति वैन, छोटे वाहन ,रिक्शा, आदि का प्रयोग किया जा रहा है। वही परिवहन विभाग द्वारा इन विद्यालय वाहनों की जांच कभी नहीं कि जाती है। सुबह शाम बच्चो को लेकर आते जाते हैं।
कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्र में संचालित विद्यालयों में दूरदराज से छोटे बच्चों को विद्यालय तक सुबह लाने व दोपहर में छुट्टी होने पर उनके गंतब्य तक उनको पंहुचाने के लिए वाहन लगाए हुए हैं। जिनका न तो विद्यालय के नाम से परिवहन विभाग में रजिस्ट्रेशन है। न उनमें विद्यालय का नाम लिखा है। न ही पीले रंग की पुताई है।

डग्गामार वाहनों से छोटे बच्चों को भूसा की तरह भरकर ढोया जा रहा है। विद्यालय संचालक मारुति वैन, सवारी वाहन,ई रिक्शा , आदि से बच्चो को लाने व छोड़ने का कार्य कर रहे हैं। सुबह 6 बजे से गांवो से बच्चों को लेकर विद्यालय छोड़ कर दिन में सवारी में चलते हैं। छुट्टी के समय आकर बच्चों को घर छोड़ देते हैं। परिवहन विभाग इन विद्यालय वाहनों से अनजान बना हुआ है।

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किसी हादसे के बाद इनको विद्यालय वाहनों की सुध आती है। जब कि विद्यालय में लगे वाहनों का आर टी ओ कार्यालय में पंजीकरण होने के बाद ही बच्चों को लाने व वापस ले जाने का कार्य कर सकते हैं। लेकिन यहां सब भगवान भरोसे चल रहा है। किसी भी विद्यालय संचालक को शासन प्रशासन का भय नहीं है। मनमानी से कार्य किया जा रहा है। तथा अभिभावकों से विद्यालय वाहन के नाम पर धनराशि ली जा रही है। पर बच्चों को लाने वाला वाहन कितना सुरक्षित है। इसकी फिक्र किसी को नही है।

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