कैलाश मानसरोवर भवन में सिर्फ मामूली दरों पर उठा सकेंगे आलीशान सुविधाएं, जानें कैसे?
दिल्लीः यूपी के गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन (Kailash Mansarovar Bhawan Ghaziabad) में अब श्रद्धालुओं के अलावा बहुत जल्द आम लोगों की भी एंट्री होने वाली है. शासन के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने पत्र जारी कर फर्म के चयन के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को बतौर नोडल एजेंसी नामित किया है.
दरअसल कैलाश मानसरोवर भवन प्रतिवर्ष जून से सितंबर के बीच श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध रहेगा. इसके बाद बाकी के 8 महीने आम लोग भी कैलाश मानसरोवर की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे. महज मामूली दरों में लोगों को अच्छी सुविधाएं मिल सकेंगी. ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि भवन का रखरखाव उचित ढंग से हो सके. यहां उच्च स्तरीय सुविधाएं विकसित करने के साथ बेहतर रखरखाव करने का भी निर्णय लिया गया है.
जीडीए के मुख्य अभियंता राकेश कुमार गुप्ता के अनुसार शासन के निर्देशों के क्रम में दिल्ली-एनसीआर के कई बड़े होटलों का सर्वे कराया गया है. सर्वे में वहां उपलब्ध कराई जा रहीं सभी सुविधाओं का निरीक्षण कर मानक तैयार किए गए हैं. सर्वे के बाद तय किया गया है कि 200 रुपए प्रतिदिन किराए पर एक कमरा और 150 से 200 रुपये में प्रतिदिन डिनर, लंच, ब्रेकफास्ट के साथ अच्छी सुविधाएं मिलेंगी. खास बात ये है कि इसका पूरा खर्चा यूपी सरकार का धर्मार्थ कार्य विभाग वहन करेगा.
31 अगस्त 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कवि नगर के रामलीला मैदान में जनसभा में गाजियाबाद में कैलाश मानसरोवर भवन बनाने की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद प्रशासन नगर निगम और जीडीए अधिकारी जमीन की तलाश में जुट गए थे. पहले मानसरोवर भवन के निर्माण कार्य के लिए अर्थला में दशमेश वाटिका में जमीन ली गई थी. 2018 में सांसद वीके सिंह द्वारा मानसरोवर भवन का इंदिरापुरम शक्ति खंड में शिलान्यास किया गया था. 6 जून 2018 को निर्माण कार्य शुरू हुआ था. योगी ने दिसंबर 2020 में कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण किया था. कैलाश मानसरोवर यात्रा और चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं के लिए यहां उच्च स्तरीय सुविधाओं का प्रबंध है.
भवन में हैं ये सुविधाएं
- 4 फ्लोर के भवन में 280 लोगों के रुकने की सुविधा दी गई है. उनके लिए 4 बेड वाले 46 कमरे और डबल बेड वाले 48 कमरों का निर्माण किया गया है. बेसमेंट में 85 गाड़ियों को खड़ी करने की पार्किंग सुविधा है.
- भवन में रिसेप्शन, लॉबी, किचन, डाइनिंग रूम, आईटीबीपी रूम, एडमिन ऑफिस, अकाउंट ऑफिस, मेडिकल रूम, सेमिनार हॉल और स्टोर रूम बनाए गए हैं.
- भवन के चौथे फ्लोर पर मेडिटेशन के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है.
- उत्तर प्रदेश सरकार के धर्मार्थ कार्य विभाग द्वारा इस भव्य भवन को 70 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है. इस भवन में श्रद्धालुओं को 5 स्टार सुविधाएं मिलेंगी.