ओला-उबर में मर्जर की खबर पर बोले ओला के CEO “कंपनी बहुत प्रॉफिटेबल और अच्छी तरह से बढ़ रही”
दिल्लीः ओला और उबर मर्जर की खबर बकवास।
शेयर्ड मोबिलिटी कंपनी ओला के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर भाविश अग्रवाल ने उबर के साथ विलय की बातचीत से जुड़ी मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है। अग्रवाल ने ट्वीट किया कि ओला बहुत प्रॉफिटेबल है और अच्छी तरह से बढ़ रही है और अमेरिकी फर्म के साथ विलय की बातचीत की खबरें “बिल्कुल बकवास” हैं। यदि कुछ अन्य कंपनियां भारत से अपने बिजनेस से बाहर निकलना चाहती हैं तो उनका स्वागत है! हम कभी विलय नहीं करेंगे। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि दोनों कंपनियां मर्जर पर बातचीत कर रही है।
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कुछ दिन पहले भी कंपनी ने दावा किया था कि उसका कैब सर्विस बिजनेस महीने दर महीने प्रॉफिटेबल बन रहा है और EV बिजनेस भी अच्छा परफॉर्म कर रहा है। कुछ महीने के भीतर ही ओला इलेक्ट्रिक भारत की बड़ी EV कंपनी बन गई है। कंपनी ने कहा था, ‘हम भारत में इलेक्ट्रिक क्रांति में तेजी लाने और 50 करोड़ भारतीयों को सर्व करने के लिए बहुत उत्साहित है और उसी बिजनेस पर फोकस कर रहे हैं।
ओला की अपनी कार नहीं, फिर पैसे कैसे कमाती है?
ओला सिर्फ कैब बुकिंग की सर्विस उपलब्ध कराती है। कंपनी के पास अपनी कोई कार नहीं है। ऐप के जरिए वो कस्टमर्स को कैब और ड्राइवर्स को कस्टमर से जोड़ती है। ऐप पर हुई सभी बुकिंग्स पर किराए का 15% कंपनी कमीशन लेती है।