स्कूल से हुआ बच्चे का अपहरण,छिंदवाड़ा की चौरई पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
दिल्लीः मतदाता सूची का नाम आते ही चुनाव याद आ जाते है, लेकिन मध्य प्रदेश के छिन्दवाड़ा के चौरई में मतदाता सूची ने अपहरणकर्ता का पता बताकर एक नये प्रयोग को जन्म दिया. दरअसल छिन्दवाड़ा के चौरई मे एक 4 साल के मासूम का अपहरण कर लिया गया. अपहरण करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने 4 घंटे में पकड़ लिया. अपहरणकर्ता कोई और नहीं बल्कि बच्चे के पिता के यहां खेत में काम करने वाले मजदूर थे.
छिंदवाड़ा के चौरई के एक स्कूल में बीते बुधवार को एक 4 वर्षीय मासूम को दो युवकों ने उठा लिया. चौरई थाना प्रभारी शशि विश्वकर्मा ने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने इन दोनों को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने और गेट को धक्का देकर भाग निकले. इस घटना के बाद स्कूल और गांव में सनसनी फैल गई. पुलिस में मामला दर्ज कराया गया. पुलिस ने दोनों अपहरणकर्ताओं के मोबाइल ट्रैकिंग में डाल दिये. इसी आधार पर पता चला कि बच्चे को लेकर अपहरणकर्ता कहां गए हैं. इसके बाद आरोपियों की तलाश शुरू की गई. पुलिस को जल्द ही इसमें सफलता भी मिल गई.
घटना को लेकर स्कूल प्रबंधन की ओर से विनय कुमार ने बताया कि स्कूल से बच्चे के अपहरण के बाद ये पता लगाया गया कि अपहरणकर्ता कौन हैं. बाद में प्रत्यक्षदर्शी शिक्षिका ने स्कूल मे रखी मतदाता सूची देखकर अपहरणकर्ता की पहचान की. इस घटना के बाद बच्चे के परिजन सहमे हुए हैं. परिजनों के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने काफी देर तक उन्हें गुमराह भी किया. इस घटना से जहां चौरई मे हड़कंप मचा हुआ है. वहीं पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. अपहरण के कारणाें का खुलासा नहीं किया गया है. दोनों ही आरोपी बच्चे व उसके परिवार वालों के परिचित थे. खेत में मजदूरी करते थे. चर्चा है कि पैसों के लेनदेन में इस वारदात को अंजाम दिया गया.