एमपी के खरगोन जिले में पत्नी के कहने पर साले ने जीजा को उतरा मौत के घाट
दिल्लीः खरगोन जिले की टांडा बरूड पुलिस ने सनसनीखेज अंधे कत्ल का खुलासा किया है. साले और उसके दो दोस्तों ने पत्नी के कहने पर पति को मौत के घाट उतार दिया. अवरकच्छ के रहने वाले 41 साल के सतीश जायसवाल की लाश 15 जुलाई को बरूड फाटे के हनुमान मंदिर के पास मिली थी. चाकू से गुदी लाश मिलने से हड़कंप मच गया था. मामले की गंभीरता को लेकर एसपी धर्मवीर सिह ने एएसपी मनीष खत्री की अगुवाई में एसआईटी का गठन किया था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और एसआईटी टीम की जांच के दौरान पुलिस को हत्या के इस संदिग्ध मामले में ससुराल पक्ष पर शक हुआ.
एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि 15 जुलाई को खरगोन-जुलवानिया मार्ग हनुमान मंदिर के पास एक व्यक्ति की लाश मिलने की सूचना मिली थी. पुलिस की टीम ने लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. मृतक नशे का आदी था और रोज पत्नि से विवाद करता था. पारिवारिक विवाद के चलते ही हत्या हुई है. मृतक के साले और उसके दो दोस्तों ने हत्या घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने पत्नि, साले सहित चारों आरोपीयो को गिरफ्तार कर लिया है. सिंह ने बताया कि मृतक सतीश के सिर व चेहरे पर गंभीर चोट लगी थी और खून लगा हुआ था. शव से थोड़ी दूरी पर एक बजाज कंपनी की बाइक खड़ी थी. मृतक की जेब की तलाश लेते वक्त पर्स मिला. इसमें उसका पहचान पत्र मिला और उसके के आधार पर शव की पहचान सतिश पिता नाथुलाल जायसवाल उम्र 41 वर्ष निवासी अवरकच्छ थाना मेनगांव के रूप में हुई.
पुलिस के मुताबिक, बाइक भी मृतक सतीश की थी. घटना स्थल तथा शव का सूक्ष्मता से निरीक्षण करने पर पाया गया कि मृतक सतीश के सिर एवं चेहरे पर गहरी चोटे लगी थी. कपड़ों व हाथों पर भी खून लगा था. मौके पर ही एफएसएल खरगोन के वैज्ञानिक अधिकारी सुनील मकवाना ने भी निरीक्षण किया. निरीक्षण से मृतक की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों से होना प्रतीत हो रही थी. उसके बाद थाने में अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू हुई. मामले की जांच के दौरान पुलिस टीम ने मृतक के गांव और घटनास्थल के आसपास के मुखबिरों को सक्रिय किया.