‘इनोवेटिव पाठशाला’ मलिन बस्ती के बच्चों में शिक्षा की अलख जगा रही
दिल्लीः इनोवेटिव पाठशाला मलिन बस्ती के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने के साथ ही उनके हुनर को संवारने का भी सराहनीय कार्य कर रही है. दरअसल इनोवेशन फॉर चेंज संस्था ने आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को उनके पैरों पर खड़ा करने का बीड़ा उठाया है. इनोवेटिव पाठशाला शहर के तीन अलग-अलग हिस्सों में चलती है. करीब 400 बच्चे इस पाठशाला से जुड़ कर शिक्षा ले रहे हैं. यहां पर बच्चों को डांसिंग, म्यूजिक, पेंटिंग, आर्ट और उन्हें बोलने की कला सिखाने के साथ ही उनसे नुक्कड़ नाटक भी कराए जाते हैं, ताकि उनके अंदर आत्मविश्वास आए और उनका सामाजिक दायरा बढ़ सके.
वहीं, इनोवेटिव पाठशाला की शुरुआत करने वाले हर्षित सिंह और उनकी टीम लगातार इन बच्चों को क्रिएटिव बना रही है. साथ ही संस्थान की ओर से बच्चों को दोपहर का खाना भी दिया जाता है, ताकि वे सेहतमंद रह सकें.
इनोवेशन फॉर चेंज संस्था के संस्थापक हर्षित सिंह ने बताया कि उन्होंने 2013 में इस संस्था की शुरुआत की थी. तब वे अपनी टीम के साथ लोगों को सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक करते थे. इसके बाद ही उन्होंने इनोवेटिव पाठशाला को शुरू किया. वर्तमान में इसके तीन सेंटर हैं. इसमें एक राजाजीपुरम, दूसरा सहादतगंज और तीसरा भवानीगंज में है. उन्होंने बताया कि उनकी संस्था अपने खर्चे से बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं. उनकी संस्था का मुख्य उद्देश्य बच्चों को सामाजिक रूप से मजबूत बनाना है और उन्हें उनके पैरों पर खड़ा करना है. इनोवेटिव पाठशाला में 3 साल से लेकर 21 साल तक के बच्चे हैं. सभी को वोकेशनल कोर्सेज के जरिए भी शिक्षित किया जा रहा है और यह सब पूरी तरह से निशुल्क किया जा रहा है.