डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत स्थिर रखने को केन्द्रीय बैंक प्रतिबद्ध : RBI गवर्नर
दिल्ली: रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा ने शुक्रवार को कहा है कि केन्द्रीय बैंक रुपये में जारी उतार चढ़ाव को अधिक समय तक जारी नहीं रहने रहने देगा। साथ ही, पात्रा ने इस बात पर भी जोर दिया है कि भारतीय रुपए में हाल के समय में सबसे कम गिरावट देखने को मिली है। पीटीआई की एक खबर के मुताबिक Geo-Political Spillovers and Indian Economy विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा है पात्रा ने कहा है कि रुपये के कम मूल्यह्रास का कारण 600 बिलियन अमरीकी डालर का उच्च विदेशी मुद्रा भंडार है। अगर यह नहीं होता तो रुपया में और तेज गिरावट देखने को मिल सकती थी। इसके होने से गिरावट के बावजूद रुपये ने अपना मूल्यह्रास नहीं होने दिया है।
उन्होंने कहा है कि आरबीआई रुपये की मजबूती के लिए प्रतिबद्ध है। इस रुपये को मजबूत करने के लिए हर संभव और हर क्षण उपाय कर रहे हैं। हम रुपए की कीमतों में कोई अनियंत्रित उतार चढ़ाव नहीं होने देंगे। फिलहाल वास्तविक लेवल क्या होगा इस बारे में तो कुछ नहीं कहा जा सकता है, पर इतना तय है कि हमें इसमें बहुत ज्यादा गिरावट नहीं होने देंगे। आरबीआई डिप्टी गवर्नर ने कहा है कि हम एक ऐसे बाजार में हैं जहां हमें रुपए को अत्यधिक उतार-चढ़ाव के बीच भी टूटने से बचाकर रखना है।
पात्रा ने कहा है कि मंदी के इस दौर में अगर हम रुपए के मूल्य में गिरावट की बात करें तो यह पूरी दुनिया में सबसे कम है। पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार (600 बिलियन यूएस डॉलर) के कारण संभव हो सका है।
आपको बता दें कि बीते गुरुवार 23 जून को डॉलर के मुकाबले रुपए का मूल्य गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 78.32 रुपये पर पहुंच गया था। शुक्रवार की सुबह जब बाजार खुले तो इसके मूल्य में 12 पैसों की मजबूती दिखाई दी है।