आनुपातिक रूप से बढ़ेगी अग्निवीरो की संख्या
दिल्लीः भारतीय सेना में कुल 12 लाख सैनिक हैं और 2032 तक अग्निवीरों की संख्या इसके आधे के बराबर होगी। यानी करीब 6 लाख सैनिक अगले 10 सालों में सेना में अग्निपथ स्कीम के तहत आने वाले होंगे। पहले बैच में 46 हजार की भर्ती है और आने वाले 6 से 7 सालों में यह आंकड़ा बढ़कर 1.2 लाख हो जाएगा। यही नहीं अगले 10 सालों में तो यह 1.6 लाख के करीब हो सकता है। लेफ्टिनेंट-जनरल बीएस राजू ने यह बात कही है।
सेना के उपाध्यक्ष ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, “हम योजना के तहत हर साल भर्ती करने जा रहे हैं। इस साल करीब 40,000 भर्तियां होंगी। सातवें या आठवें साल तक जाते-जाते यह 1.2 लाख और फिर दसवें या ग्यारहवें साल तक 1.6 लाख हो जाएगी। सभी भर्तियां (अधिकारियों को छोड़कर) केवल अग्निपथ के तहत की जाएंगी।”
भारतीय वायुसेना और नौसेना में इस वर्ष 3,000 अग्निवीरों की भर्ती होगी। इनकी संख्या आने वाले वर्षों में इसी अनुपात में बढ़ेगी। अग्निवीरों के प्रत्येक बैच से केवल 25% सर्वश्रेष्ठ को सेना में नियमित कैडर सैनिकों के रूप में 15 साल की सेवा के लिए रखा जाएगा। अन्य 75% को चार साल के बाद हटा दिया जाएगा।