मध्यप्रदेश और यूपी संग राजस्थान में भी पहुंचेगा 3 दिन बाद मानसून
दिल्लीः
देश में मानसून की एंट्री केरल से 29 मई को हो चुकी है यानी पूर्वानुमान से 3 दिन पहले। एंट्री लेने के 15 दिन बाद यह गुजरात, महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, तेलंगाना और कर्नाटक की ओर बढ़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक 14 जून की दोपहर तक महाराष्ट्र के पश्चिमी आधे हिस्से, गुजरात के दक्षिणी और तेलंगाना के पश्चिमी हिस्सों को कवर कर चुका है।
अगले 2-3 दिनों में आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ और हिस्सों में पहुंचने की उम्मीद है।
दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा दक्षिण गुजरात में एंट्री ले चुकी है। मानसूनी हवाओं से देश में बने 36 मीटिरियोलॉजिकल सबडिवीजन में से महज दो में जोरदार बारिश हुई है। वहीं तीन में मानसून की सामान्य बारिश हुई है। 18 सब डिवीजन में कम और 13 में न के बराबर बारिश हुई है। कुल मिलाकर 14 जून की सुबह तक देश में 36% कम मानसूनी बारिश हुई है। हालांकि यह प्री-मानसून दौर जारी है।
पाकिस्तान से लगातार आ रही हवाओं के कारण मानसून मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की बॉर्डर पर अटक गया है। अरब सागर से आगे बढ़ने के बावजूद यह महाराष्ट्र से सटे बड़वानी के पहले आकर रुक गया है। ऐसे में अब यह बड़वानी और इंदौर की जगह जबलपुर के रास्ते पहले प्रदेश में एंट्री कर सकता है। मंगलवार शाम से जबलपुर में हल्की बारिश भी शुरू हो गई
तय समय पर मानसून की दस्तक के दावों के बीच आसमान से आग बरस रही है। बीते 48 घंटे में सिर्फ औरंगाबाद जिले में 12 लोगों की मौत हीट स्ट्रोक से हो गई है। मंगलवार को जिले का पारा 44.5 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग ने पूर्णिया के रास्ते बिहार में मानसून की एंट्री तय समय (13 जून को) पर होने का दावा किया है। हालांकि, पूरा राज्य भीषण गर्मी से बेहाल है।