डर, धोखा और डराना इस सरकार की रणनीति के स्तंभ बन गए हैं: सोनिया गांधी
दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है, ”डर, धोखा और डराना इस तथाकथित ‘मैक्सिमम गवर्नेंस, मिनिमम गवर्नमेंट’ की रणनीति के स्तंभ बन गए हैं.”
सोनिया गांधी का कहना है कि मौजूदा वक्त में बहस, चर्चा और बातचीत को पूरी तरह से नकार दिया गया है.
सोनिया गांधी का दावा है, ”इससे पहले इस देश ने ऐसी नफरत नहीं देखी है.”
सोनिया ने कहा है, ”ऐसा क्या है जो प्रधानमंत्री को स्पष्ट और सार्वजनिक रूप से उस हेट स्पीच के खिलाफ खड़े होने से रोकता है, चाहे वो कहीं से भी आए?”
कांग्रेस की तरफ़ से किए गए ट्वीट के मुताबिक़, सोनिया गांधी ने कहा है कि क्या भारत को हमेशा के लिए ध्रुवीकरण की स्थिति में होना चाहिए?
उन्होंने कहा है, ”सत्ता में बैठे लोग तो स्पष्ट रूप से ये चाहते हैं कि भारत के नागरिक यह विश्वास करें कि ऐसा वातावरण उनके सबसे ज्यादा हित में है.”
सोनिया गांधी का आरोप है कि मोदी सरकार में लोगों को बांटने की कोशिश हो रही है.
उन्होंने कहा है, ”भारत की विविधताओं को स्वीकार करने के बारे में प्रधानमंत्री जी की ओर से बातें तो बहुत हो रही है.लेकिन कड़वी हकीकत यह है कि जिस विविधता ने सदियों से हमारे समाज को परिभाषित किया है, उसका इस्तेमाल उनके राज में हमें बांटने के लिए किया जा रहा है.”
26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाने की बात को सोनिया गांधी पाखंड बता रही हैं. उनका कहना है कि मोदी सरकार देश की संस्थाओं को शक्तिहीन कर रही है, ऐसे में संविधान दिवस मनाने का कोई औचित्य नहीं है.