बिहार विधानपरिषद चुनाव:राबड़ी बनी रहेंगी नेता प्रतिपक्ष, एनडीए और राजद में था मुकाबला
दिल्लीः बिहार में 24 सीटों पर हुए एमएलसी चुनाव में एनडीए ने एक बार फिर बाजी मार ली है। आधी से ज्यादा सीटें एनडीए के खाते में आ गई हैं। शाम छह बजे तक घोषित 23 सीटों के रिजल्ट में एनडीए को 13 सीटें मिल चुकी थीं। राजद को पांच सीटों पर जीत मिली है। चार सीटें निर्दल प्रत्याशियों ने जीती हैं। एनडीए में बीजेपी को सात, जदयू को 5 और पारस की रालोसपा को एक सीट मिली है। कांग्रेस को भी एक सीट मिली है।
स बार जदयू ने 11 और भाजपा ने 12 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। राजद ने 23 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। जदयू ने मुजफ्फरपुर, नालंदा, भोजपुर, सीतामढ़ी और भागलपुर सीट जीती है। भाजपा ने पूर्णिया, गोपालगंज, रोहतास, समस्तीपुर, औरंगाबाद और कटिहार जीती है। पारस की पार्टी रालोसपा के खाते में हाजीपुर सीट आई है। राजद ने राजधानी पटना और मुंगेर के साथ ही प. चम्पारण, गया और सीवान सीट जीती है। कांग्रेस को बेगुसराय सीट मिली है।
बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए कुल सीटों की संख्या की 10 प्रतिशत सीटें(आठ) चाहिए होती हैं। बिहार विधानपरिषद में कुल सीटों की संख्या 75 है। राष्ट्रीय जनता दल के पास पहले से ही विधान परिषद में पांच सीटें हैं। इस जीत के बाद राजद ने जरूरी आठ सीटों के आंकड़े को हासिल कर लिया है।जिसके कारण विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर राबड़ी देवी का कब्जा ही रहेगा।
अभी तक बिहार विधान परिषद के चुनाव नतीजों में राष्ट्रीय जनता दल को आशा अनुरूप परिणाम नहीं मिले हैं, लेकिन पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा है। पटना, गया और पश्चिम चंपारण और मुंगेर में पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इसके अलावा राजद के दो बागी उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है। पटना से राजद के उम्मीदवार कार्तिक कुमार सिंह ने जीत हासिल की है। उन्होंने यहां से निर्दलीय उम्मीदवार कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया को हराया है।