जाने क्यों यूक्रेन के शरणार्थियों को एंट्री देने को तैयार नहीं है अमेरिका?
दिल्ली: यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट मुताबिक 24 फरवरी को रूसी आक्रमण के बाद से 30 लाख से अधिक यूक्रेनी नागरिक पड़ोसी देश चले गए हैं। अमेरिका ने अब तक गिने-चुने यूक्रेनी शरणार्थियों को ही स्वीकार किया है। ऐसे में आलोचकों ने अमेरिका की नीति पर सवाल उठाए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके टॉप अधिकारियों ने कहा है कि अमेरिका जरूरत पड़ने पर शरणार्थियों को स्वीकार करने के लिए तैयार है लेकिन बाइडेन प्रशासन ने लगातार संकेत दिए हैं कि यूक्रेनी लोगों शरण लेने के लिए यूरोप पहुंचना चाहिए। बाइडेन ने 11 मार्च को कहा था कि अगर यूक्रेनी शरणार्थी वाकई यहां आते हैं तो हम खुले मन से उनका स्वागत करने जा रहे हैं।
वाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने 10 मार्च को कहा था कि प्रशासन का मानना है कि शरणार्थियों की सबसे बड़ी आबादी पड़ोसी देशों में रहना चाहेगा जहां कई के रिशेदार और दोस्त रहते हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि हम यूनाइटेड नेशंस के साथ अमेरिका में शरणार्थियों को लाने के लिए काम करेंगे। तीन दर्जन से अधिक डेमोक्रेटिक सांसदों ने 11 मार्च को जो बाइडेन को एक चिट्ठी लिखी थी। इसमें शरणार्थियों के प्रवेश को बढ़ाने की अपील की गई थी। उन्होंने लिखा था कि संकट उन देशों पर भारी पड़ सकता है जो मौजूदा वक्त में कई यूक्रेनी शरणार्थियों की मेजबानी कर रहे हैं। ऐसे में अमेरिका को इन देशों को मदद करने के कोशिश करनी चाहिए।