अवैध पैथोलॉजी सेंटरों पर कसेगा शिसंजा, टीम गठित
दिल्लीः भागलपुर जिले के 650 अवैध पैथोलॉजी सेंटर पर लगाम कसने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने अवैध पैथोलॉजी सेंटरों के खिलाफ अभियान चलाकर न केवल इन्हें नोटिस देगा बल्कि इन्हें सीज करने की कार्रवाई भी करेगा। गौरतलब हो कि जिले में संचालित 768 पैथोलॉजी सेंटर में से सिर्फ 118 पैथोलॉजी सेंटर ही स्वास्थ्य विभाग में रजिस्टर्ड हैं।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि अवैध पैथोलॉजी सेंटरों के खिलाफ जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है। इस टीम में डॉ. सुनील कुमार, डॉ. स्वप्निल चंद्रा व डॉ. अब्दुल रब्बानी को रखा गया है। इन टीम को जिले के रजिस्टर्ड 118 पैथोलॉजी सेंटरों की सूची भी सौंप दी गयी है ताकि अवैध पैथोलॉजी सेंटर को चिह्नीकरण एवं कार्रवाई करने में कोई परेशानी न हो। एक सप्ताह के अंदर ये टीम अभियान पर निकलेगी। सबसे पहले शहर के अवैध पैथोलॉजी सेंटर के खिलाफ नोटिस व सीज करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने 21 फरवरी के अंक में जिले में 84 प्रतिशत अवैध पैथोलॉजी सेंटर के संचालित होने की खबर प्रकाशित की थी। इसके जरिये ये बताने का प्रयास किया गया था कि दो साल के अंदर ही जिले में पैथोलॉजी सेंटर की संख्या 206 से बढ़कर 768 हो गयी। जबकि इस दौरान सिर्फ दस पैथोलॉजी सेंटर ने ही अपना-अपना रजिस्ट्रेशन स्वास्थ्य विभाग में कराया। इस खबर के प्रकाशित होने के अगले दिन यानी 22 फरवरी को सिविल सर्जन ने कमेटी गठित कर दी और टीम को एक सप्ताह के अंदर अभियान चलाने का आदेश भी जारी कर दिया।
भागलपुर के सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने कहा, ‘अवैध पैथोलॉजी सेंटर के खिलाफ अभियान चलाने के लिए टीम गठित कर दी गयी है। मानक के अनुसार, लैब संचालित न होने व अनिबंधित पैथोलॉजी सेंटर को पहले नोटिस फिर उन्हें सीज करने की कार्रवाई एक सप्ताह के अंदर शुरू कर दी जाएगी।’