इन्दौर के कई थानों में बिक रहा खुलेआम नशा
इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर शहर को अब ऐसे दबंग अफसर चाहिए जो इन नशा करने वाले गुंडों पर लगाम कस सके। आए दिन हत्याएं हो रही हैं, बेकसूर मारे जा रहे हैं, नशे से युवा पीढ़ी बिगड़ रही है, इंदौर बारूद के ढेर पर बैठा है फिर भी कई थानों में थाना प्रभारी ही नहीं हैं और जिन्हें थानों में मौखिक आदेश से बैठा रखा है उन्हें पावर ही नहीं दिए गए हैं कि वह कार्रवाई कर सकें।
यह अधिकारी किसका रास्ता देख रहे हैं कि इन थानों में थाना प्रभारियों की नियुक्ति की जाए। प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट जब इंदौर के प्रभारी मंत्री थे, तब इतनी वारदातें नहीं हो रही थीं और जहां हो रही थी वहां जनता सीधे इनसे संपर्क में जाकर शिकायत भी कर रही थी, लेकिन अब प्रभारी मंत्री भोपाल में बैठे हैं।
जनता को इतनी फुर्सत नहीं है कि वह भोपाल में जाकर इनसे चर्चा कर सके। इसलिए मांग की जा रही है कि वापस इंदौर का प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट को बनाया जाए जिससे इंदौर का चप्पा-चप्पा जातना है और अपनी बात भी इनसे रखता है।
गत रात 70 रुपए को लेकर गुंडे नशे करने वालों ने एक बेकसूर की जान ले ली, उसके परिवार से पूछो कि अब उसके परिवार का क्या होगा। सरकार दो-चार लाख सहायता दे देगी और मामला रफा-दफा हो जाएगा।
ऐसा कोई थाना नहीं होगा जहां नशा, अवैध शराब यहां तक कि भंाग भी धड़ल्ले से इंदौर जिले में बिह रही है तथा शासन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है और न ही शराब की अवैध बिक्री पर कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।