फिरोजाबाद में 50 मौतों के बाद केंद्र गम्भीर, भेजे एक्सपर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कसे अफसरों के पेंच
कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड़ो पर बुखार के मरीज भर्ती का फरमान
लखनऊ,संवाददाता। वायरल फीवर, ड़ेंगू और अन्य संक्रामक बीमारियों से प्रदेश के कई जिलों में लोग परेशान हैं, किन्तु फिरोजाबाद के हालात ज्यादा खराब हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी दिक्कत हो गई है। बलरामपुर अस्पताल हो या सिविल हो लोकबंधु अस्पताल हो या फिर लोहिया ,सभी जगह ड़ेंगू और बुखार के मरीजों की आमद अचानक बढ़ जाने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप है।
उत्तर प्रदेश में आगरा के निकट फिरोजाबाद में बुखार पीड़ित मरीजों की मौत का आंकड़ा 50 के पार जाने पर हंगामा खड़ा हो चुका है।
इनमें 40 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है और हालात बेकाबू दिखने के चलते केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और नेशनल वेक्टर बोर्न डिसीज कंट्रोल प्रोग्राम से जुड़े विशेषज्ञों की एक टीम को फिरोजाबाद भिजवाया है ताकि बीमारी पर काबू पाया जा सके।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड-19 के लिए अस्पतालों में जो बेड रिजर्व किए गए हैं, वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों के लिए उनका इस्तेमाल किया जाए। कोविड कंट्रोल में है ।
अब विचित्र बुखार ने हिला कर रख दिया है। इसपर काबू के लिए कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।फिरोजाबाद में हाल में पदस्थ किए गए नये सीएमओ दिनेश कुमार प्रेमी ने डेंगू और वायरल बुखार से 50 लोगों की मौत होने की पुष्टि की, जबकि शुक्रवार को यह आंकड़ा 65 तक भी बताया गया। ]
प्रेमी ने यह भी बताया कि फिरोजाबाद के नौ ब्लॉक और नगर निगम का एक इलाका प्रभावित पाया गया।प्रेमी के मुताबिक फिरोजाबाद में 36 कैंप लगाए गए हैं। और बुखार के मरीजों समेत यहां 3719 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों के इलाज के लिए सभी और सर्वोत्तम इंतजाम होने चाहिए। मरीजों को दवाइयों और मेडिकल उपकरणों की कमी नहीं पड़नी चाहिए।
उन्होंने आगरा और फिरोजाबाद के मरीजों के लिए तमाम व्यवस्थाएं करने के लिए मेडिकल शिक्षा के प्रधान सचिव आलोक कुमार को जिम्मेदारी दी. योगी ने शुक्रवार को तेजी से फैल रही इस बीमारी के बारे में समीक्षा करते हुए ये निर्देश दिए हैं।