योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने पर हो सकते हैं मुकदमे: अमिताभ ठाकुर
लखनऊ,संवाददाता। यूपी के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ के खिलाफ चुनाव का ऐलान करने वाले अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने वाले आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने खुद को फर्जी मुकदमों में फसाए जाने की आशंका जाहिर की है।
इसके लिए उन्होंने मंगलवार को एक ट्वीट करके कहा है कि मुझे अत्यंत जिम्मेदार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार योगीजी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही उच्चस्तरीय आदेशों के क्रम में मुझे फर्जी मुकदमों में फंसाने की कोशिश तेजी से शुरू हो चुकी है।
अनुरोध है कि इन सब से मेरा निर्णय किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होगा। अमिताभ ठाकुर ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि योगी आदित्यनाथ जिस विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे वहां से मैं भी चुनाव लड़ूगा।
उनका कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में हम जनता के बीच में जाकर योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में हुई अराजकता और दमनकारी नीति को मुद्दा बनाएंगे।
अभिताभ ठाकुर ने कहा कि आदित्यनाथ ने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल में तमाम अलोकतांत्रिक, अराजक, दमनकारी, उत्पीड़नात्मक तथा विभेदकारी कार्य किये। वे इनके विरोध में आदित्यनाथ जहाँ से भी चुनाव लड़ेंगे, वहां से चुनाव लड़ेंगे।
अमिताभ ने कहा कि यह उनके लिए सिद्धांतों की लड़ाई है, जिसमे वे गलत के खिलाफ अपने विरोध को प्रकट करेंगे।1992 बैच के आईपीएस अमिताभ ठाकुर मूलरूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं।
वह अच्छे लेखक, कवि और आरटीआई ऐक्टिविस्ट भी हैं। उत्तर प्रदेश की बीती सपा सरकार में उन्होने सीधे तौर पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह से पंगा ले लिया था। उन्होने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के खिलाफ धमकी का केस भी दर्ज करावाया था।
इसके बाद अखिलेश सरकार ने भी उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया। यही नहीं अमिताभ ठाकुर के खिलाफ कई विभागीय कार्रवाई भी हो चुकी हैं। अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर भी आरटीआई ऐक्टिविस्ट हैं।
अमिताभ ठाकुर ने योगी सरकार में भी कई बार बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर आवाज उठाई है। 23 मार्च 2021 को गृह मंत्रालय के द्वारा उनको अनिवार्य सेवानिवृत्ति (जबरिया रिटायर) कर दिया गया था।