आपने भी लिया है इस तरीके से किस्त तो लौटाने के लिए रहें तैयार
पीएम किसान सम्मान निधि की 2000 रुपये की अगस्त-नवंबर की किस्त 9.91 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में भेजी जा चुकी है, जबकि पीएम किसान पोर्टल पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक लाभार्थियों की संख्या 12.13 करोड़ से अधिक है, यानी 2 करोड़ से अधिक लाभार्थियों के खातों में अभी तक यह किस्त नहीं पहुंची है। वैसे अभी 30 नवंबर तक लाभार्थियों के खातों में किस्त पहुंचती रहेगी।
दूसरी ओर पीएम किसान की राशि दोगुनी होने की संभावनाओं की खबरों के बीच राज्य सरकारों ने तहत गलत तरीके से किस्त उठाने वालों से वसूली प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जहां तक फर्जीवाड़े का सवाल है तो किसानों का कहना है कि इसमें केवल किसान ही दोषी क्यों?
आवेदन पत्र के साथ जमा किए गए दस्तावेजों की जांच का जिम्मा तो अधिकारियों और कर्मचारियों की थी। अगर फर्जीवाड़ा हुआ है तो इसमें इनकी मिलीभगत है।
सबसे पहले इन पर कार्रवाई होनी चाहिए। नाम न छापने की शर्त पर एक किसान ने कहा कि उसके घर में 11 लोगों के खाते में पीएम किसान का पैसा आता है। मां से लेकर 5 बहुओं समेत 11 लोग लाभार्थी हैं।
आवेदन करते समय उसे नहीं पता था कि पति या पत्नी में से किसी एक को ही पीएम किसान का लाभ मिल सकता है, लेकिन स्थानीय कर्मचारी सबका आवेदन एप्रूव कर दिए।
ऐसे में मेरा क्या दोष्? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में शासन ने 9219 अपात्र किसानों को नोटिस जारी कर पीएम किसान का पैसा जमा कराने के आदेश दिए हैं।
फर्जीवाड़े में पति-पत्नी से लेकर मृतक किसान, गलत खाते में धनराशि फंड ट्रांसफर, गलत आधार, टैक्सपेयर्स, पेंशनधारक, आदि के मामले शामिल हैं।
अब सवाल उठता है कि जो किसान गलत तरीके से किस्त ले चुके हैं, वो पैसा कैसे और किसे वापस करेंगे? बता दें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पैसे लेने वाले अपात्र किसानों को उप कृषि निदेशक कार्यालय में नकद जमा करनी होगी।
धनराशि जमा करने पर उन्हें रसीद दी जाएगी। बाद में विभाग शासन के खाते में ये धनराशि जमा कर ऑनलाइन पोर्टल पर फीडिंग के साथ ही किसान का डाटा डिलीट कराएगा।