जल्द खुले स्कूल बच्चों का भविष्य हो रहा चौपट
भरुआ सुमेरपुर। बच्चों के भविष्य को लेकर अब अभिभावक चिंतित हो उठे हैं. मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर सभी ने मुखर होकर कहा कि सरकार को बिना कुछ सोचे समझे स्कूलों में बच्चों को बुलाकर शिक्षण कार्य शुरू कराना चाहिए. स्कूलों में बच्चों के न बुलाने से उनका भविष्य चौपट हो रहा है. सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.
स्कूलों में बच्चों को बुलाने के मुद्दे पर बुधवार को मीडिया ने सर्वे अभियान चलाया. इस पर बच्चों के अभिभावक मुखर होकर बोले और कहा कि जब सब कुछ खुल सकता है तब स्कूल क्यों नहीं. स्कूलों में बच्चों का शिक्षण कार्य शुरू कराना बेहद जरूरी है क्योंकि शिक्षण कार्य न होने से नौनिहालों का भविष्य चौपट हो रहा है.
कस्बे के बांंकी मार्ग निवासी पवन गुप्ता ने कहा कि स्कूल खोलकर शिक्षण कार्य शुरु कराना बेहद जरूरी है. शिक्षण कार्य ठप होने से बच्चों ने जो कुछ सीखा था वह भी भूल रहे है. कस्बे की नरही मार्ग निवासी सब्जी कारोबारी गीता कुशवाहा ने कहा कि सरकार जब सब कुछ खोल सकती है तब स्कूल क्यों नहीं.
स्कूलों में शिक्षण कार्य शुरू कराना अत्यंत आवश्यक है इससे बच्चों का भविष्य चौपट होने से बचेगा. नेहा चौराहा निवासी डा. अनुराग पाठक ने कहा कि सरकार को स्कूलों मे गाइडलाइन अनिवार्य कराकर शिक्षण कार्य शुरू करना चाहिए क्योंकि शिक्षण कार्य ठप होने से बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है.
कस्बे की नई बस्ती के निवासी अर्थिल सोनी ने कहा कि सरकार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है. जिस तरह सरकारी कार्यालय खोलकर कामकाज निपटाया जाता है. उसी तरह स्कूलों में भी गाइडलाइन तय करके शिक्षण कार्य शुरू कराना चाहिए।