टीकाकरण से 50 से अधिक मवेशियों की मौत: कौशिक
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने सवाल करते हुए कहा कि जो टीका मवेशियों को लगाई गई थी। जिसके कारण लगातार क्षेत्र में मवेशियों के हालात 14 व 15 जुलाई को गंभीर होने लगे थे, तब पशुधन को बचाने के लिए कोई शिविर तत्काल क्यों नहीं लगाई गई और जिस टीके के कारण मौत हुई है उसकी प्रमाणिकता की जांच की गई थी या नहीं।
उन्होंने कहा कि जो टीके लगाए गए वह अमानक तो नहीं थे। इसकी जांच भी विशेषज्ञों द्वारा करावाई जानी चाहिए और पूरे घटना को लेकर जो दोषी है उन पर सख्त कार्यवाही की जाये इसके साथ ही मवेशियों के मालिकों को तत्काल मुआवजा दिया जाए, ताकि क्षतिपूर्ति के साथ आर्थिक मदद भी हो सके।
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी प्रदेश में कई स्थानों पर मवेशियों की मौत के मामले लगातार ही बढ़ते जा रहे हैं और प्रदेश की सरकार केवल मात्र रोका-छेका, गोठान व गोबर खरीदी के नाम पर वाहवाही लूटने में लगी है। प्रदेश की सरकार को आत्ममुग्धता से बचने हुए जनहित के कार्य करने चाहिए जिससे जनता को सीधा लाभ मिल सके।