किसानों के संसद के बाहर प्रदर्शन के ऐलान से बढ़ी चिंता
संसद का मॉनसून सत्र इस बार सदन से सड़क तक हंगामेदार रहने के आसार हैं। सदन में जहां विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश करेगा, वहीं बाहर नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की तल्खी झेलनी पड़ेगी।
आंदोलनकारी किसानों ने 22 जुलाई से मॉनसून सत्र के अंत तक संसद के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। गणतंत्र दिवस की घटना के बाद किसानों के इस ऐलान ने तमाम सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
संसद और सांसदों की सुरक्षा को देखते हुए दिल्ली पुलिस इस बार गणतंत्र दिवस वाली चूक को दोबारा दोहरा नहीं चाहती है। इसके लिए किसानों से बात कर उन्हें संसद से अलग प्रदर्शन करने के लिए मनाने के प्रयास किए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस के अधिकारी राजधानी में विरोध प्रदर्शन के लिए वैकल्पिक स्थानों का सुझाव देने के लिए रविवार को किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगे। किसान 22 जुलाई से संसद के मॉनसून सत्र के अंत तक केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।