लखनऊ में मस्जिद की अजान से निकला इंसानियत का पैगाम
लखनऊ : कोरोना संक्रमण काल के इस दौर में हर कोई अपनी हैसियत के हिसाब संक्रमितों की मदद के लिए आगे आ रहा है। शहर की मस्जिदों में पांच वक्त की अजान के साथ इंसानियत का पैगाम भी दिया जा रहा है। लालबाग स्थित जामा मस्जिद से कोरोना संक्रमितों को मुफ्त ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर दिए जा रहे हैं। यहां 50 फीसद हिंदुओं की मदद करके यह पैगाम देने का प्रयास किया जा रहा है कि संक्रमण के इस दौर में इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है। यहां नमाजियों की कतारों के साथ ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, पीपीई किट, ऑक्सीजन रेगुलेटर के लिए भी लोगों की कतार लगती है। मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जुनून नोमानी ने बताया कि भोर से ही फोन आने लगते है। उनका कहना है कि आलमबाग के राकेश कुमार की माता जी बीमार थी, ऑक्सीजन नहीं मिला तो यहां से आकर ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर लेकर गए। माता जी ठीक हो गईं तो उन्होंने शुक्रिया कहा तो ऐसा लगा की पूरी कायनात उन्हें मिल गई हो। रचित कुकरेजा व प्रमोद शर्मा, सुबोध व चंदन कुमार ऐसे लोग थे जो रोते हुए आए थे और हंसते हुए यहां से वापस गए हैं। संक्रमण तक अभियान जारी रहेगा।
लालबाग की जामा मस्जिद के साथ ही इंदिरानगर की नूर मस्जिद की इंसानियत वेलफेयर सोसाइटी की ओर से ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ ही खाने का समान, संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए निश्शुल्क वाहन और अंतिम संस्कार में लगने वाला सामान मुफ्त में दिया जा रहा है। सोसाइटी के मुहम्मद इमरान व कुदरत उल्लाह खान ने बताया कि रमजान के पाक महीने से मदद की जा रही है। इंसानियत की मदद का ढिढोरा पीटने से बेहतर है कि इंसानियत की मदद की जाए। संक्रमण काल में कई लोग मदद के लिए आते हैं तो मदद मिलते उनके चेहरे पर जो मुस्कान आती है, उसका एहसास करके ही बड़ी खुशी मिलती है। संक्रमित इलाकों में सैनिटाइजेशन भी किया जा रहा है। लकड़मंडी के राहत-ए-इंसानियत फाउंडेशन की ओर से राशन किट के साथ ही ऑक्सीजन सिलिंडर दिए जा रहे हैं। फाउंडेशन के चांद मुहम्मद ने बताया कि घरों में कोरंटाइन संक्रमितों की मदद के लिए यह सेवा रमजान के पहले से चल रही है। संक्रमण काल तक जारी रहेगी।