खान मंत्री भाया पर 114 करोड़ की धांधली का आरोप
कोटा। राजस्थान की गहलोत सरकार के खान मंत्री प्रमोद जैन भाया कई दिनों से भाजपा के रडार पर हैं। बारां जिले की अंता विधानसभा से विधायक और खान मंत्री भाया पर अब स्टेट मिनरल फंड के गलत इस्तेमाल और धांधली के आरोप लगे हैं। आये दिन भ्रष्टाचार के आरोपों से अपनी ही पार्टी के विधायक भरत सिंह के निशाने पर रहने वाले मंत्री भाया की घेराबंदी अब विपक्ष ने की है।स्टेट मिनरल फंड के दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोला हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने उन पर सिलसिलेवार आरोप जड़े हैं।
विधायक मदन दिलावर ने कहा है कि DMFT (जिला मिनरल फंड) की राशि को जिले में ही खर्च किया जा सकता है। इसी राशि में से आधी राशि स्टेट मिनरल फंड में जमा होती है। जिसे विभिन्न मदों में खर्च किया जा सकता है।
जिस पर पूरे राजस्थान का हक है। लेकिन खान मंत्री प्रमोद भाया ने स्टेट मिनरल फंड के 114 करोड़ रुपये बारां जिले की महज दो ग्राम पंचायतों में सड़कों के लिए स्वीकृत करवा दिये। ये दोनों पंचायतें उनकी विधानसभा की है। अकेले अंता और बारां पंचायत में लगभग 100 करोड़ रुपये सड़कों पर लगाये जा रहें है। जबकि छबड़ा, छीपाबड़ौद और किशनगंज सहित सभी इलाकों की उपेक्षा की जा रही है।
इसके साथ ही मदन दिलवर ने खान मंत्री पर भ्र्ष्टाचार के आरोप लगाये हुए बताया कि DMFT फंड को खर्च करने के संदर्भ में केंद्र सरकार ने 23 अप्रैल को एक आदेश जारी किया था। जिसके तहत जिला कलेक्टर गवर्निग काउंसिल के चेयरमैन हैं और लोकल सांसद और विधायक उसके सदस्य, जिनकी मीटिंग के बाद ही इस फंड का उपयोग निर्धारित किया जा सकता है।
लेकिन खान मंत्री ने भ्र्ष्टाचार करते हुए मीटिंग भी कर ली। और इस 23 तारीख को ही 114 करोड़ रुपये के कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति भी जारी कर दी। जबकि एक ही दिन में ये संभव नहीं है। मीटिंग में झालावाड- बारां संसदीय क्षेत्र के सांसद दुष्यंत सिंह को भी नहीं बुलाया गया।
ऐसे में बिना कमेटी की अप्रूवल के स्टेट मिनरल फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है। मामले पर विधायक मदन दिलावर ने खान विभाग के प्रमुख शासन सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल से शिकायत की हैं। जिसपर शासन सचिव ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। वहीं बारां जिला कलेक्टर को दिलावर ने नियम संगत कार्य करने की हिदायत दी हैं।