उत्तराखंड में वन निगम कर्मचारियों ने मांगी कोविड से सुरक्षा
देहरादून : जहां वन मंत्री डा. हरक सिंह लोगों को कोरोना से बचाने के लिए लिए आक्सीजन सिलेंडर से लेकर दवाएं,मास्क,सेनेटाइजर और अन्य सामान बांटने में ले हैं। वन निगम कोरोना मृतक के शवदाह को निशुल्क लकड़ी मुहैया करवा रहा है, दो जगह लाखों रुपयों से कोविड केयर सेंटर बनाए। लेकिन वन निगम में ही कर्मचारियों को बुरा हाल है। वहां लगातार कोरोना ड्यूटी में लगे सैकड़ों कर्मचारियों को ना निगम की ओर से मास्क दिए जा रहे हैं,ना सेनेटाइजर ना ही उनको टीके लगवाए जा रहे हैं। जबकि कई कर्मचारी तो सीधे कोविड से मरे लोगों के परिजनों के संपर्क में आ रहे हैं।
वन निगम प्रदेश भर में कोविड से मरने वालों के अंतिम संस्कार के लिए निशुल्क लकड़ियों की व्यवस्था कर रहा है। इसके लिए कुछ जगहों पर तो कर्मचारी सीधे मृतक के परिजनों को लकड़ी दे रहे हैं। ऐसे में उनके संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है। प्रदेश भर में अब तक आठ से दस कर्मचारियों की मौत कोरोना से हो चुकी है। जबकि पूर्व एमडी सहित 50 से ज्यादा पिछले कुछ माह में संक्रमित हो चुके हैं। काम करते वक्त कर्मचारियों को रोजाना एक से दो मास्क की जरूरत पड़ रही है। इसके अलावा सेनेटाइजर की भी जरूरत है। जो वे अपनी जेब से खर्च कर खरीद रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों ने विभाग से उन्हें कोविड सुरक्षा के तौर पर अच्छे मास्क,सेनेटाइजर और संवेदनशील जगहों पर पीपीई किट उपलब्ध कराने और टीकाकरण की मांग की है।