उत्तराखंड में बढ़ेगा कर्फ्यू ? आज फैसला लेगी सरकार
देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण न होने से सरकार कोविड कर्फ्यू राज्यभर में 25 मई तक बढ़ा सकती है। चिंता की बात है कि सरकार के प्रयासों के बाद भी कोरोना की रफ्तार पर लगाम नहीं लगा है। कोरोना के दूसरी लहर के बीच पर्वतीय क्षेत्रों में गांव-गांव में लोग संक्रमण की चपेट में हैं। इस पर नियंत्रण के लिए मैदानी क्षेत्रों में पहले पिछले माह शाम से सुबह पांच बजे तक कोविड कर्फ्यू लगाया गया था, लेकिन इसके सुखद परिणाम सामने नहीं आए। फिर सभी निकाय क्षेत्रों में इसे लागू किया गया था। इसके बावजूद जब संक्रमण नहीं थमा तो सरकार ने 11 मई से 18 मई की सुबह पांच बजे तक पूरे राज्य में कर्फ्यू लागू करना पड़ा। प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज सोमवार शाम को फैसला ले सकती है। इसके मद्देनजर दूसरे चरण में 25 मई तक कर्फ्यू बढ़ाया जा सकता है।
कैबिनेट मंत्री व सरकारी प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि कोविड कर्फ्यू के पहले चरण में अपेक्षा के अनुरूप रिजल्ट नहीं मिले। उन्होंने राज्य की जनता से कोविड कर्फ्यू का सख्ती से पालन करने की अपील की है, जिससे संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। चिंता की बात है कि उत्तराखंड में रविवार को कोरोना संक्रमण के बाद एक बार फिर बड़ी संख्या में मरीजों की मौत हुई। विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे 188 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमण के बाद मरने वाले मरीजों की कुल संख्या 4811 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार रविवार को राज्य में सबसे अधिक 28 मौतें रुड़की मिलिट्री हॉस्पिटल में हुई। जबकि यूएस नगर के रुद्रपुर जिला अस्पताल में 27 मरीजों ने दम तोड़ा। इसके अलावा राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में 15, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में 14, दून मेडिकल कॉलेज में 13, बेस अस्पताल श्रीनगर में 10, एसडीएच रुड़की में 14 मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा भी राज्य के कई अस्पतालों में कोरोना का इलाज करा रहे कई मरीजों ने दम तोड़ लिया।