परिजनों और डॉक्टरों के बीच हाथापायी के बाद काम बंद
बिहार केे दरभंगा स्थित डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टरों के साथ हाथापायी की और जमकर दुर्व्यवहार किया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच मारपीट भी हुई। शुक्रवार की शाम घटना से आक्रोशित जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया। इमरजेंसी के मुख्य द्वार पर ताला जड़ उनलोगों ने मरीजों का दाखिला बंद कर दिया।
घटना की सूचना मिलने पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा और अधीक्षक डॉ. मणिभूषण शर्मा वहां पहुंचे। उनके समझाने- बुझाने के बाबजूद भी जूनियर डॉक्टर काम पर लौटने को तैयार नहीं हुए। अपनी सुरक्षा को लेकर वे डीएम और एसएसपी से वार्ता से बात करने पर अड़े रहे।
बता दें की लहेरियासराय थाना क्षेत्र के रहमगंज मुहल्ले का रहने वाले एक मरीज को परिजनों ने शुक्रवार की दोपहर इलाज के लिए डीएमसीएच के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया था। मरीज की कोरोना रिपोर्ट जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। डॉक्टर ने मरीज के परिजन को इलाज के लिए डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने का सुझाव दिया।
परिजन मरीज का बेहतर इलाज करने की बात कहकर मरीज को लेकर वहां से चले गए। कुछ घंटे बाद पुन: मरीज को लेकर परिजन डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग पहुंच गए। वहां मरीज को मृत घोषित कर दिया गया।
सके बाद परिजन डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मारपीट पर उतारू हो गए। जूनियर डॉक्टरों की ओर से मोर्चा संभालने के बाद परिजन शव को वहीं छोड़ भाग निकले।
घटना की सूचना मिलने पर सदर एसडीओ राकेश गुप्ता दल बल के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि परिजनों पर एफआईआर दर्ज होने व आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टर काम पर नहीं लौटे हैं।