हमीरपुर: शादी सहालग के दौर में स्टेट बैंक में बड़े नोटों की गड्डियों का अभाव व्यापारी परेशान
गल्ला आढ़तियों ने जताई आपत्ति बोले बैंक से कैश लेकर प्रतिष्ठान तक आने में हो रही दिक्कतें
भरुआ सुमेरपुर। शादी सहालग के दौर में कस्बे के स्टेट बैंक से बड़े नोटों की करेंसी नदारत होने से ग्राहकों के साथ गल्ला व्यवसाइयों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. गल्ला आढतियों का आरोप है कि छोटे नोटों की गड्डियों में कटे फटे नोट होने के कारण किसान गड्डियां लेने से इंकार कर देता है.
इससे उनके कारोबार मे समस्या उत्पन्न हो रही है. कस्बे के स्टेट बैंक शाखा में करेन्सी चेस्ट की व्यवस्था समाप्त हो जाने से यहां पर हमेशा करेन्सी का झंझट बना रहता है. शादी सहालग के इस दौर में बैंक शाखा में बड़े नोटों की करेंसी का अभाव है. लिहाजा बैंककर्मी छोटे नोटों की गड्डियां ग्राहकों को थमा रहे हैं.
गल्ला आढती कुंजबिहारी पांडे, बसन्तराम गुप्ता, रामकृष्ण गुप्ता, अभिषेक शिवहरे, उदितनारायण तिवारी, मनोज द्विवेदी, विजय कुमार पांडे, श्यामबाबू पांडे, पवन पांडे, राघवेंद्र पांडे आदि ने आरोप लगाया है कि बैंक कर्मी बडे नोटों की जगह छोटे नोटों की पुरानी गड्डियां थमा रहे हैं. इनमें कटे फटे नोट निकलने से किसान लेने में आनाकानी करते हैं. साथ ही छोटे नोटों को लेकर बैंक से प्रतिष्ठान तक आने में तमाम तरह का खतरा महसूस होता रहता है.
बता दें कि एक गल्ला कारोबारी को प्रतिदिन पांच लाख से बीस लाख तक के कैश की जरूरत पड़ती है. ऐसी स्थिति में छोटे नोटों की गड्ढियों से समस्या आ रही है. व्यापारियों का आरोप है कि मौजूदा समय में बैंक कर्मी 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये एवं 10 रुपये के नोटों की पुरानी गड्डियां थमा रहे हैं.
जिससे कारोबार में तमाम परेशानी हो रही है. शाखा प्रबंधक हरिनाथ रावत ने बताया कि मुख्यालय से ही छोटे नोटों की गड्डियां आ रही हैं. ऐसे में हम ग्राहकों को यही गड्डियां थमा रहे हैं. यह समस्या चेस्ट करेन्सी व्यवस्था खत्म होने से उत्पन्न हुई है।