हमीरपुर : सादगी से बनेगी मठ में जन्माष्टमी
भरुआ सुमेरपुर। इस वर्ष जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से नहीं बल्कि सादगी के साथ घरों में ही रहकर मनाई जाएगी. मंदिरों में भगवान के जन्मदिन को मनाने की तैयारियां तो की गई है.
परंतु भक्तों को मंदिरों में आने से मना किया गया है. द्वापर में भगवान श्रीकृष्ण ने जेल के अंदर जन्म लिया था. इसके बाद उनका जन्मोत्सव नंदगांव में धूमधाम के साथ मनाया गया था.
तभी से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाने की प्रथा विद्यमान है. इस वर्ष कलयुग में कोरोना संकट के चलते उनका जन्मदिन मठ मंदिरों में धूमधाम से नहीं बल्कि सादगी के साथ घरों में ही रहकर मनाने की तैयारियां की जा रही है.
सुमेरपुर कस्बे के प्रमुख धार्मिक स्थल श्रीकृष्ण मंदिर के पुजारी राजू द्विवेदी ने बताया कि इस वर्ष भगवान का जन्म धूमधाम से नहीं बल्कि सादगी के साथ मनाने की तैयारियां की जा रही हैं.
मंदिर की साफ-सफाई रंगाई पुताई का कार्य जारी है. भक्तों से घरों में रहकर ही जन्माष्टमी मनाने के लिये कहा गया है.
श्री गायत्री तपोभूमि के राधाकृष्ण मंदिर में भी जन्माष्टमी पर्व सादगी के साथ मनाया जाएगा.
तपोभूमि के महंत जगन्नाथ स्वामी ने बताया कि जन्माष्टमी पर्व की तैयारियां पूरी हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष भक्तों को आने से मना किया गया है.
बिदोखर पुरई के गांवटी मंदिर के महंत स्वामी हरेराम दास ने बताया कि इस वर्ष भीड़ भाड़ को नियंत्रित करते हुए जन्माष्टमी पर्व की तैयारियां की जा रही है।