‘उनकी विचारधारा का विरोध करता हूं’, BJP-RSS पोस्ट पर विवाद के बाद दिग्विजय सिंह की सफाई

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी और लालकृष्ण आडवाणी की तस्वीर साझा करने के बाद उठे विवाद पर सफाई दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे आरएसएस और भाजपा की विचारधारा का विरोध करते हैं, हालांकि उन्होंने संगठन की ताकत को स्वीकार किया। उनकी पोस्ट के बाद कांग्रेस में अंदरूनी कलह की अटकलें तेज हो गई थीं, जिस पर उन्होंने अपनी स्थिति साफ की।
शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण अडवाणी की तस्वीर साझा की थी। इसके बाद कांग्रेस के अंदरूनी कलह की अफवाहें फैल गई। हालांकि, बाद में दिग्विजय सिंह ने अपने पोस्ट को लेकर सफाई भी दी है।
दरअसल, दिग्विजय सिंह की इस पोस्ट के बाद सियासी पारा हाई हो गया। हालांकि, अब खुद अपनी पोस्ट को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह RSS और BJP की विचारधारा का विरोध करते हैं।
दिग्विजय सिंह ने शेयर की थी पीएम मोदी की पुरानी तस्वीर
उल्लेखनीय है कि शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक से पहले दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1996 की तस्वीर सीनियर BJP नेता लालकृष्ण आडवाणी के साथ शेयर की। इस तस्वीर को साझा करते हुए उन्होंने लिखा कि यह बहुत असरदार है। जिस तरह से RSS के जमीनी स्वयंसेवक और जनसंघ के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बनते हैं, वह संगठन की ताकत को दिखाता है।
अपनी पोस्ट में दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को टैग किया था, जिससे पार्टी नेतृत्व को अंदरूनी संदेश देने की अटकलें तेज हो गईं। बता दें कि जैसे ही दिग्विजय सिंह की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, कई BJP नेताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ खुले विरोध की आलोचना की।
अपनी सफाई में क्या बोले दिग्विजय सिंह?
रविवार को इस पोस्ट के सामने आने के बाद दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट करते हुए कहा कि एक बात समझ लें मैं कांग्रेस पार्टी में रहा हूं और जब भी मैं विधानसभा या संसद में था, मैंने सांप्रदायिक ताकतों से लड़ाई लड़ी है। मैं उनकी (RSS-BJP) विचारधारा का विरोध करता हूं। लेकिन हर संगठन को मजबूत होने की जरूरत है।





