तेजस क्रैश को विदेशी मीडिया ने बताया सामान्य जोखिम

दुबई एयर शो-2025 में हुए तेजस विमान हादसे का एक नया वीडियो सामने आया है। इसमें स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि हिमाचल प्रदेश के बहादुर पायलट विंग कमांडर नमंश स्याल ने आखिरी पल में अपनी जान और विमान बचाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने इजेक्ट बटन दबाया, लेकिन ऊंचाई और समय दोनों कम थे।
दुबई एयर शो में भारत के हल्के लड़ाकू विमान तेजस के क्रैश होने पर अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस मार्केट में संभावित असर और रक्षा सौदों, प्रतियोगी देशों और हल्के लड़ाकू विमान बाजार की प्रतिस्पर्धा को लेकर विश्लेषण शुरू हो गया है।
खाड़ी मीडिया विशेषकर द नेशनल यूएई, अल अरबिया सऊदी, गल्फ न्यूज दुबई ने रिपोर्टिंग का केंद्र सुरक्षा और नियंत्रण पर रखा। द नेशनल ने लिखा कि भारतीय तेजस विमान में आग लगने के बावजूद क्रैश साइट पर कोई हताहत नहीं हुआ, जिससे एयर शो की सुरक्षा तैयारी की सराहना होती है। अल अरेबिया ने इसे अंतरराष्ट्रीय एयर शो में सामान्य जोखिम करार देते हुए कहा कि उच्च-प्रदर्शन जेट्स की टेस्ट फ्लाइट्स में इस प्रकार के हादसे असाधारण नहीं हैं। गल्फ न्यूज ने विशेष तौर पर क्रैश के बावजूद दर्शकों का डर नियंत्रित करने और त्वरित राहत प्रबंधन को सबसे बड़ी सफलता के रूप में पेश किया। खाड़ी विश्लेषकों ने यह भी इंगित किया कि यह दुर्घटना भारत और गल्फ रक्षा सहयोग को प्रभावित करने वाली घटना नहीं होगी, क्योंकि रक्षा अनुबंध और परीक्षण दुर्घटनाओं के बीच अंतर स्पष्ट होता है।
परिचालन लागत में प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे तेजस
अमेरिका के थिंक टैंक रेंड कॉर्पोरेशन से जुड़े एयरोस्पेस विश्लेषकों का आकलन है कि दक्षिण कोरिया के एफए-50 और चीन के जेएफ-17 पहले से बाजार में हैं, लेकिन तेजस के पास एवियॉनिक्स और परिचालन लागत (ऑपरेशनल कॉस्ट) के मामले में मजबूत दावेदारी बनी रहेगी, यदि जांच रिपोर्ट क्रैश को डिजाइन फॉल्ट नहीं बताती। फ्रांस की एयरोस्पेस पत्रिका एविएशन इको ने टिप्पणी की है, मध्य-पूर्व, अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया में हल्के लड़ाकू विमान बाजार का आकार बढ़ रहा है। तेजस दुर्घटना से चर्चा बढ़ेगी, लेकिन सौदे रुकेंगे यह कहना जल्दबाजी होगी। विश्लेषकों के अनुसार, तत्काल व बिक्री-आधारित असर तो नहीं होगा बल्कि तकनीकी रिपोर्ट और आने वाले फ्लाइट ट्रायल्स पर निर्भर करेगा। ब्रिटेन की रक्षा पत्रिका डिफेंस जर्नल ने लिखा, सिर्फ एक क्रैश के आधार पर मार्केट व्यवहार नहीं बदलता, खरीदार परीक्षण रिपोर्ट और लॉन्ग-टर्म परफॉर्मेंस देखते हैं।
आखिरी पल तक विमान को बचाने की कोशिश करते रहे नमंश
दुबई एयर शो-2025 में हुए तेजस विमान हादसे का एक नया वीडियो सामने आया है। इसमें स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि हिमाचल प्रदेश के बहादुर पायलट विंग कमांडर नमंश स्याल ने आखिरी पल में अपनी जान और विमान बचाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने इजेक्ट बटन दबाया, लेकिन ऊंचाई और समय दोनों कम थे।
विमान जमीन से टकराया और आग का गोला बन गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को डब्ल्यू टैन एविएशन ने पोस्ट किया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि तेजस कम ऊंचाई पर बैरल रोल और नेगेटिव-जी टर्न कर रहा था। अचानक संतुलन बिगड़ा और विमान नीचे गिरने लगा। ठीक 49-52 सेकंड पर आग लगी। एक छोटा पैराशूट दिखा यानी विंग कमांडर स्याल ने आखिरी पल में इजेक्ट बटन दबाया, लेकिन ऊंचाई सिर्फ कुछ मीटर थी, पैराशूट नहीं खुल सका। पायलट ने पहले विमान बचाने की कोशिश की विशेषज्ञों का कहना है कि नमंश स्याल ने पहले विमान को कंट्रोल करने की पूरी कोशिश की। तेजस का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है, इसलिए उन्होंने सोचा शायद बचा लेंगे, जब कुछ नहीं हुआ तब इजेक्ट किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने भारतीय पायलट की मौत पर जताया शोक
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दुबई एयर शो के दौरान भारतीय वायुसेना के तेजस लड़ाकू विमान के हादसे में विंग कमांडर नमंश स्याल की मौत पर संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच प्रतिद्वंद्विता सिर्फ आसमान तक सीमित है और ऐसे हादसे दुखद होते हैं। आसिफ ने सोशल मीडिया पर लिखा, पाकिस्तान स्ट्रैटजिक फोरम पूरी राष्ट्र की ओर से भारतीय वायुसेना और दिवंगत पायलट के परिवार को गहरी संवेदना व्यक्त करता है। तेजस विमान का आज का हादसा बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों के बीच मुकाबला अपनी जगह है, लेकिन ऐसी त्रासद घटनाएं सभी को दुखी करती हैं।
आज नमंश की पार्थिव देह का होगा अंतिम संस्कार
दुबई में एयर शो में तेजस के दुर्घटनाग्रस्त होने से जान गंवाने वाले भारतीय वायु सेना के पायलट नमंश स्याल का रविवार को पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। दुबई से दिल्ली और उसके बाद नमंश की पार्थिव देह दोपहर 1:30 बजे कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट पर वायुसेना के विशेष विमान से लाई जाएगी। नमंश के माता-पिता, पत्नी और बेटी भी साथ आएंगे। संस्कार की तैयारियों के लिए सेना के जवान एक दिन पहले ही पहुंच गए हैं।





