सरकारी ऑफिस में छत का प्लास्टर गिरा, एक कर्मचारी घायल

लखनऊ, लखनऊ में एक सरकारी ऑफिस में छत का प्लास्टर टूट कर कर्मचारी पर आ गिरा, जिससे कर्मचारी घायल हो गया। आनन-फानन में उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना आईटी चौराहे पर स्थित संभागीय खाद्य नियंत्रक ऑफिस में दोपहर एक बजे हुई। घायल कर्मचारी सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि वह कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं। रूटीन में अपने टेबल पर काम कर रहे थे। छत का बड़ा सा प्लॉस्टर उनके ऊपर आकर गिरा। सिर और हाथ में चोट आई।
कंप्यूटर, प्रिंटर समेत टेबल पर रखा सामान क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने बताया प्लास्टर गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि सभी दहशत में आ गए। गनीमत रही प्लास्टर का पूरा टुकड़ा मेरे पर नहीं गिरा, जिससे जान बच गई। दोबारा टेबल पर जाकर काम करने की हिम्मत नहीं हो रही है। हम सभी कर्मचारी दहशत में हैं। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के महामंत्री सूर्य नारायण मिश्रा ने बताया- 1986 में खाद एवं रसद विभाग ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) से किराए पर भवन लिया था। लगभग 40 साल हो गए हैं। इस भवन में किसी भी प्रकार का मेंटेनेंस या रखरखाव का काम नहीं किया गया। उन्होंने कहा एलडीए को किराया लेना याद रहता है। मगर मेंटेनेंस कराना भूल गया।
भवन इतना जर्जर हो चुका है कि अक्सर इसके प्लास्टर गिरा करते हैं, खिड़कियां लटक गई हैं। सरिया लटक रहा है। सूर्य नारायण मिश्रा ने बताया कि कर्मचारियों पर अक्सर प्लास्टर गिरता रहता है। सभी कर्मचारी दहशत में है। हम लोग भय के साये में काम कर रहे हैं। दिन-प्रतिदिन स्थिति खराब होती जा रही है। ऐसा लगता है कि एलडीए किसी बड़े हादसे के इंतजार में बैठा है। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष अनिरुद्ध प्रताप सिंह यादव ने बताया ऑफिस में लगभग 80 कर्मचारी काम करते हैं। 10 कमरे हैं। सभी कमरों की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। ऐसा कैमरा नहीं है, जिसका प्लास्टर ना टूटा हो और स्थिति जर्जर ना हो। उसके बाद भी हम सभी लोग इसी जानलेवा कमरों में बैठकर काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आज हमारा एक साथी दुर्घटना का शिकार हुआ है। पिछले 5 सालों से हम लोग जर्जर भवन की मरम्मत की मांग कर रहे हैं। हमने कई बार पत्र लिखा कर और मौखिक शिकायत की। स्क्। समेत विभाग के आला अधिकारी कोई भी सुनवाई नहीं कर रहा है।