समाधान दिवस में महापौर के सामने समस्याओं की उमड़ी भीड़

लखनऊ, नगर निगम के समाधान दिवस में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर शहर के जोन-8 से पहुंचे हैं। ट्रांसपोर्ट नगर से पहुंचे अभिमन्यु गिरी का आरोप है कि ग्रुप में बी में पार्किंग के लिए टेंडर डाला गया। जिसको ठेका अलॉट किया गया, उसका जीएसटी बकाया था। बावजूद उसको ठेका दिया गया। इसकी शिकायत महापौर सुषमा खर्कवाल और मंडलायुक्त से की गई। आरोप है जीएसटी की पत्रावली में भी बदलाव कर दिया गया। आरोप है 30 दिसंबर तक फर्म का बकाया होने के बावजूद टेंडर का गलत ढंग से एलॉट किया गया।
रितेश कुमार कोतवाली रोड मटियारी चिनहट से आए हैं। उनका कहना है कि 6 साल से नाली सफाई नहीं हुई है। जोन चार के अधिकारियों के साथ में महापौर के यहां भी कई बार शिकायत कर चुका हूं। कोई सुनने को तैयार नहीं है। 20 से अधिक बार शिकायत कर चुके हैं। सब अधिकारी कमीशन चाहते हैं। समाधान दिवस में आए अभिमन्यु गिरी ने बताया कि 62.6 मीटर मकान है। 2010 में टैक्स निर्धारण शुरू किया गया। इस दौरान 3 हजार से अधिक टैक्स आवासीय मकान पर लगा दिया गया। 2019 में 64 हजार रुपए की रिकवरी दी गई। घर पर नगर निगम के कर्मियों ने पहुंचकर अभद्रता की। जिसके बाद पत्नी ने खाली चेक दे दिया। इस दौरान फिर से टैक्सी बढ़ाकर 8 हजार रुपए से अधिक कर दिया गया। तब से दौड़ रहे हैं। कोई सुनने को तैयार नहीं है। अगल-बगल के मकान का टैक्स 500-1000 रुपए आता है। जबकि मेरे टैक्स का निर्धारण मन माने ढंग से कर दिया गया है।
लखनऊ में नगर निगम ने एक व्यक्ति की तीन टैक्स आईडी बना दी। इसके कारण जोन 2 राजाजीपुरम के रहने वाले मुंशी यादव परेशान हैं। उन्होंने कहा कि जब उनका घर नहीं बना था। तभी से कर निर्धारण लगा दिया गया। 2018 से 2021 तक दो बार कर निर्धारण कर दिया गया। उन्होंने बताया कि एक टैक्स आईडी 2015, 2018 और 2021 की टैक्स आईडी चल रही। 2018 में घर बनने के बाद भी टैक्स आईडी शुरू हुईं। इसके चलते करीब 18 घर रुपए का अतिरिक्त भुगतान कर चुका हूं, लेकिन कोई सुनने को तैयार है। मौके पर नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि इस रुपए का भुगतान नहीं होता है