MP के ग्वालियर में तहसीलदार पर यौन शोषण का लगा आरोप, जानिए पूरा मामला
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पदस्थ तहसीलदार पर एक बार फिर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। इस बार महिला ने आरोप लगाया है कि तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान ने शादी का वादा करके 17 साल तक उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए हैं। महिला का आरोप है कि उसने शादीशुदा होने की बात छिपाकर मेरी मांग भरकर शादी भी कर ली। इससे पहले दफ्तर की चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी ने भी यौन शोषण के आरोप लगाए थे।
17 साल तक बनाए संबंध, अन्य युवक से भी कराया दुष्कर्म
ग्वालियर के भितरवार तहसील में पदस्थ तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए महिला ने 8 जनवरी को कलेक्टर, एसपी और महिला थाना में लिखित शिकायत की थी। इसमें कहा था कि तहसीलदार ने शादी का वादा कर 17 साल तक उससे शारीरिक संबंध बनाए हैं। मंदिर में उसकी मांग में सिंदूर भरकर पत्नी माना था। महिला ने बताया कि इस दौरान आरोपी तहसीलदार ने एक अन्य युवक को घर में लाकर भी दुष्कर्म कराया था। महिला ने पुलिस को शिकायत में बताया था कि साल 2008 से 2025 तक आरोपी ने कई जगहों पर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए।
तीन पत्नियां और महिला कर्मचारी का आरोप
भिंड निवासी 34 वर्षीय महिला ने पुलिस को बताया है कि जब मुझे पता लगा कि तहसीलदार चौहान की मेरे अलावा तीन पत्नियां और हैं तो मुझे धक्का लगा। महिला ने इसकी शिकायत कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से की है। इससे पहले दिसंबर 2024 में महिला थाना में शिकायत की गई थी। यौन शोषण का दूसरी बार आरोप लगते ही कलेक्टर ने शत्रुघन सिंह चौहान को भितरवार तहसीलदार पद से हटाकर भू-राजस्व कार्यालय में पदस्थ कर दिया है। इससे पहले शत्रुघन सिंह चौहान पर सिटी सेंटर तहसील में भी आरोप लगे थे। यहां एक चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद चौहान को सिटी सेंटर तहसील से हटाकर भितरवार तहसील में भेज दिया गया था।
इस तरह से दोनों की साल 2008 में हुई थी मुलाकात
महिला थाना प्रभारी दीप्ति तोमर ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला के पति की मृत्यु हो जाने के बाद 2008 में वह चौहान के संपर्क में आई। चौहान की उसके जेठ के साथ गहरी दोस्ती थी। दोनों साथ में व्यापार भी करते थे। शत्रुघन सिंह चौहान ने जेठ से कहा- तुम्हारी विधवा बहू से विवाह करना चाहता हूं। उसे जीवनभर साथ रखूंगा। जेठ ने उसे दबाव बनाकर शत्रुघन सिंह चौहान के साथ रहने के लिए मजबूर किया। 2008 में ही चौहान की नायब तहसीलदार के पद पर नौकरी लग गई। उसके बाद कहने लगे, मेरी नौकरी लगी है जल्द ही विवाह करूंगा। साल 2010 में चौहान ने पीड़िता की मांग में सिंदूर भरकर पत्नी बना लिया।