दिल्ली चुनाव: AAP ने दो सीटों पर उम्मीदवार बदले, नरेला से शरद चौहान और हरि नगर से सुरिंदर पर लगाया दांव
पांच फरवरी को दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में जीत के लिए आम आदमी पार्टी (आप) पूरी ताकत झोंक रही है। इसी क्रम में आम आदमी पार्टी ने बुधवार को दो विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी बदल दिए।
आम आदमी पार्टी ने अब नरेला विधानसभा सीट से शरद चौहान और हरि नगर विधानसभा सीट से सुरिंदर सेतिया को प्रत्याशी बनाकार चुनाव मैदान में उतारा।
नामांकन से पहले क्यों कट गया टिकट?
शरद चौहान वर्तमान में आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। इस बार इनका टिकट कट गया था। पार्टी ने पहले नरेला से दिनेश भारद्वाज को प्रत्याशी बनाया था। इसके अलावा हरि नगर से वर्तमान विधायक राजकुमारी ढिल्लो का टिकट नामांकन से पहले कट गया है।
उनके नाम की घोषणा की गई थी। वह प्रचार भी कर रही थीं, मगर प्रचार धीमी गति से चल रहा था। पार्टी ने फिर से सर्वे कराया जिसमें सुरेंद्र सेतिया, राजकुमारी ढिल्लो से मजबूत प्रत्याशी साबित हुए। इसके बाद पार्टी ने प्रत्याशी बदलने का एलान कर दिया।
भाजपा, कांग्रेस नेता आप में शामिल
दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा और कांग्रेस के नेता आप में शामिल हुए। मंगलवार को डाबरी वार्ड से भाजपा की पूर्व पार्षद और नजफगढ़ जिला की उपाध्यक्ष रेखा विनय चौहान आम आदमी पार्टी में शामिल हो गईं।
उनके साथ 2020 में भाजपा से पार्षद प्रत्याशी रहे विनय चौहान और आदर्श नगर वार्ड-15 से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे वीरेंद्र गोयल समेत कई नेताओं ने भी आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया।
इस दौरान द्वारका से विधायक विनय मिश्रा और डाबरी वार्ड से पार्षद तिलोत्मा चौधरी मौजूद थीं। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सभी को पटका पहनाकर पार्टी में स्वागत किया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी का परिवार लगातार मजबूत होता जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को पिछले दिनों के मुकाबले अधिक प्रत्याशियों पर्चे भरे। यही वजह है कि मंगलवार को 26 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 43 उम्मीदवारों ने 56 नामांकन पत्र भरे। मुख्यमंत्री आतिशी सहित आम आदमी पार्टी (आप) के छह उम्मीदवारों, भाजपा के आशीष सूद सहित तीन उम्मीदवारों व कांग्रेस के एक प्रत्याशी ने नामांकन किया।
आतिशी ने कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से नामांकन किया। इसके बाद कहा कि कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से उन्हें हमेशा प्यार मिला है। इस बार भी उन्हें जनता का प्यार मिलेगा। उनके खिलाफ कांग्रेस के प्रत्याशी अलका लांबा ने बेहद सादगी भरे अंदाज में नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने कोई रोड शो या रैली नहीं की। ताकि लोगों को जाम का सामना न करना पड़े। एक गाड़ी में अपने वकीलों की टीम के साथ जाकर नामांकन।