गिरावट वाले बाजार में टाटा ग्रुप के इस स्टॉक आई तेजी, जानिए कारण…
टाटा ग्रुप की आईटी कंपनी टीसीएस के शेयरों में आज शुरुआती कारोबार के दौरान 4 फीसदी से अधिक का उछाल आया और यह 4,225.00 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। दरअसल, टीसीएस ने गुरुवार को तिमाही नतीजे पेश किए, जो बाजार की उम्मीद से बेहतर रहे। कंपनी डिविडेंड का डबल तोहफा भी दिया है। यही वजह है कि टीसीएस के शेयरों में जोरदार खरीदारी देखने को मिल रही है।
टीसीएस के दिसंबर तिमाही के नतीजे कैसे रहे?
वित्त वर्ष 2024-25 की दिसंबर तिमाही में टीसीएस का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 12 फीसदी बढ़कर 12,380 करोड़ रुपये हो गया। टीसीएस का रेवेन्यू 6 फीसदी बढ़कर 63,973 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसका दिसंबर तिमाही में टोटल ऑर्डर बुक 1020 करोड़ डॉलर रहा, जो एक साल पहले 810 करोड़ डॉलर था।
टीसीएस ने कितना डिविडेंड दिया है?
टाटा ग्रुप की टीसीएस ने 10 रुपये के अंतरिम डिविडेंड और 66 रुपये के स्पेशल डिविडेंड देने की घोषणा की है। रिकॉर्ड डेट 17 जनवरी फिक्स रहेगी। आपको टीसीएस के डिविडेंड का हकदार बनने के लिए 17 जनवरी तक टीसीएस के शेयर खरीदने होंगे। टीसीएस वित्त वर्ष 2024-25 में पहले भी दो बार में प्रति शेयर 10-10 रुपये यानी कुल 20 रुपये का अंतरिम डिविडेंड दे चुकी है।
टीसीएस के शेयरों का हाल
टीसीएस के स्टॉक शेयरों में एक महीने से सुस्ती देखने को मिल रही थी। इस दौरान कंपनी के स्टॉक में 5 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। हालांकि, पिछले 6 महीने में टीसीएस ने 7 फीसदी और 1 साल में 12 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है। इसका मार्केट कैप 15.15 लाख करोड़ रुपये है। टीसीएस का एक साल का हाई 4,592.25 रुपये है। वहीं, लो-लेवल की बात करें, तो यह 3,591.50 रुपये है। शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि शानदार तिमाही नतीजे और हालिया गिरावट के चलते टीसीएस का वैल्यूएशन काफी आकर्षक हो गया है।
टाटा ग्रुप की टीसीएस का बिजनेस क्या है?
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की शुरुआत 1 अप्रैल 1968 को हुई थी। इसकी गिनती दुनिया की सबसे बड़ी सूचना तकनीकी और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग सर्विस प्रोवाइडर में होती है। इसे 2007 में एशिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी आंका गया था। TCS के पास 6,12,724 एंप्लॉयीज हैं। हालांकि, दिसंबर तिमाही में इसके कर्मचारियों की संख्या में कुछ कमी आई है।