फैटी लिवर वालों के लिए बेस्ट डाइट, खाएंगे तो हफ्ते में मिल जाएगा आराम

फैटी लिवर ये समस्या तो अब बहुत ज्यादा ही सुनने को मिल रही है। कम उम्र के लोगों को यह समस्या अधिक हो रही है और इस समस्या का सीधा कनैक्शन आपके खान-पान व लाइफस्टाइल से हैं। फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है। अगर समस्या को सही समय पर ठीन ना किया जाए तो यह आगे लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर की वजह भी बन सकता है। इस समस्या को ठीक करने के लिए आपकी डाइट का अहम रोल है इसलिए सही आहार खाना बहुत जरूरी है। सही आहार लिवर की सेहत में सुधार करने, वसा कम करने और लिवर की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है। आपको हफ्ते में ही फर्क दिखना शुरू हो जाता है लेकिन उससे भी ज्यादा फायदा आपको तब मिलेगा जब आप कुछ आहार को डाइट रूटीन से आउट कर देंगे।

फैटी लिवर में ना खाएं ये आहार

सैचुरेटेड फैटः अगर बाहर के खाने के शौकीन है तो सबसे पहले इसे बंद करें। तली हुई चीजें, जंक फूड और फैट से भरपूर डेयरी उत्पाद लिवर में फैट को बढ़ा सकते हैं। रेड मीट, मक्खन, और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें।

चीनी और रिफाइंड कार्बः चीनी और कार्बोहाइड्रेट जैसेः सफेद ब्रेड, पास्ता, केक, और बेक्ड गुड्स यह बहुत नुकसानदेह हैं। ज्यादा शुगर, फैट के रूप में लिवर में जमा होती है। सॉफ्ट ड्रिंक्स और शुगर ड्रिंक्स से बचें।

अल्कोहलः अल्कोहल फैटी लिवर की सबसे बड़ी वजहों में से एक हो सकता है। यह लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और लिवर की वसा को बढ़ा सकता है। फैटी लिवर के मामले में अल्कोहल का सेवन पूरी तरह से बंद करना सबसे अच्छा है।

ट्रांस फैटः ट्रांस फैट, धमनियों में वसा के जमाव और सूजन का कारण बनता है जो लिवर के लिए हानिकारक होता है। ट्रांस फैट ज्यादातर प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों, बेक्ररी आइटम्स और पैकेज्स्नैक्स में पाया जाता है।

फैटी लिवर के आयुर्वेदिक उपाय

फैटी लिवर की समस्या को आयुर्वेदिक उपायों से ठीक किया जा सकता है। यहां कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और घरेलू उपाय दिए गए हैं, जो फैटी लिवर के इलाज में मदद कर सकते हैं।

कालमेघः कालमेघ की पत्तियों में हेपटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो लिवर को डैमेज होने से बचाते हैं। इसका नियमित सेवन लिवर को स्वस्थ रखता है और फैटी लिवर की समस्या से राहत दिलाता है।

आंवलाः आंवला विटामिन-सी से भरपूर होता है, जो लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। यह फैटी लिवर की समस्या में बहुत लाभकारी होता है।

पुनर्नवाः पुनर्नवा एक औषधीय जड़ी-बूटी है, जो लिवर की सेहत को बनाए रखने में मदद करती है और फैटी लिवर की समस्या को ठीक करने में सहायक होती है।

गिलोयः गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो लिवर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और लिवर की कार्यक्षमता को सुधारते हैं।

एलोवेराः एलोवेरा एक नैचुरल ब्लड प्यूरीफायर है और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। यह फैटी लिवर की समस्या को ठीक करने का एक बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय है।

त्रिफलाः त्रिफला एक शक्तिशाली डिटॉक्सिफायर है, जो लिवर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और लिवर की समस्याओं से राहत दिलाता है।

कुटकीः कुटकी लिवर को डिटॉक्स करने और सूजन को कम करने में मदद करती है। इसमें हेप्टाप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो लिवर की सेहत को सुधारते हैं।

व्यायामः फैटी लिवर की समस्या से निपटने के लिए व्यायाम और योग करना भी महत्वपूर्ण है। सुबह की सैर, दौड़ और योगासन आपके लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

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